गुमसुम रहने वाले के चेहरे पर लिए जाते हैं। गुमसुम रहने वाले के चेहरे पर लिए जाते हैं। उनकी गहराई चेहरे पर उभर आती है। डूबना और तैरना। निरंतर चलता रहता है। डूबना और तैरना निरंतर चलता रहता है। लक्ष्य बदलते ही सब परिवर्तन हो जाता है। लक्ष्य बदलते ही सब परिवर्तन हो जाता है। आई होप? मेरी पोयम। आप सभी को। अच्छी लगी। होगी। यह मेरा फर्स्ट राई था। इस टाइम? इस टाइप की पोयम। लिखने का थैंक यू।
Jagreeti sharma
@voicequeen · 1:10
ह**ो? अंशिका जी। आपने पोएम लिखने का प्रयास बहुत अच्छा किया है। आपने सही कहा है? परिवर्तन ही संसार का नियम है। जिस तरह से समय के साथ रितु परिवर्तित होती है। हमारी जिंदगी परिवर्तित होती है। हमारी जिंदगी में उतार, चढ़ाव, हंसी और गम आते जाते रहते हैं। कहते हैं कि वक्त सदैव 1 जैसा नहीं रहता। अगर दुख है। तो कल? सुख भी आएगा? और अगर सुख है? हो सकता है कल को हमें कठिनाइयों का तकलीफ होगा? या संघर्षों का भी? सामना करना पड़े? संघर्ष से ही उभर कर। हम निकल कर। आते है? हैं?
Akanshya Kajol
@AKA381 · 1:31
ह**ो? मैं आकांक्षा हूँ। और मैं इस प्वाइंट से बहुत आपकी कविता से बहुत ही ज्यादा लेट कर पा रही हूं। सौरी परिवर्तन जिंदगी का नियम है? बहुत ही सही बात है। बहुत ही सच बात है। जो आपने कही है कि हमें जब क्रोध आता है? तो लहरें भी नहीं उसे मिटा पाती। पर जब लक्ष्य बदलता है तो परिवर्तन मतलब जिंदगी में आ ही जाती है। एकदम सही बात है। मैं 1 बार बोलना चाहूंगी। यहाँ पे कि जैसा कि हम देखते हैं कि छोटे बच्चे जैसे बड़े होते जाते हैं, मिशुर होते जाते हैं?