
भगवान महावीर जैन धर्म के 24वे तीर्थंकर है , 3 अप्रैल को पूरे भारतवर्ष में बड़े ही धूम धाम से मनाई गई थी , आज का दिन बहुत ही अद्भुत था , इनका संदेश जियो और जीने दो है..
जो चाहा वो मिला नहीं , वास्तव में जीवन में यही होता है , जागते हुए से हाल नहीं पूछते , और सोते हुए को जगाते है😅😅
बड़ा ही महत्व है , ये चार लाइन अक्सर आप सभी ने सुनी ही होगी , और आज में आप सभी को अपनी family के ऊपर लिखी गई , बड़ा ही महत्व सुनने जा रही हूं
आज़ का दौर कितना बदल गया है , लोग अपने घर की इज्जत को ढकने में लगे हैं और दूसरो की इज्जत पर सवाल उठा रहे है , आदमी से जल रहा है

दुनिया तो दुनिया होती है , खुद बदलाव लाना नहीं चाहती , परंतु दूसरो से उम्मीद रखती है , क्योंकि दुनिया तो ऐसी ही होती है

कलम तो सब उठाते है , लेकिन तुम कलम तब उठाना जब देश का उद्धार करना हो , लोगो को जगाना हो , नेकी के काम करना हो , में आप सभी को आज एक अपनी poem कलम उठाते रहना प्रस्तुत कर रही हूं

आंख तो आंख होती है , कभी यहां चलती है तो कभी वहां पर चलती जरूर है , मेरी poem ka शीर्षक आंख चल गई है

हर दिल में मौजूद कलाम , यूं तो लिखती है मेरी कलम कई कविता , पर जब अपने भारत देश पर लिखती हूं , तो लिखने से पहले ही मेरी कलम टूट जाती है

में आप सभी को अपनी लेखन यात्रा के बारे में बताने जा रही हूं , मुझे लिखने का बचपन से शौक नहीं था , लेकिन दूसरो को समझाना मुझे अच्छा लगता था , में धीरे धीरे अपने विचारो को अपनी dairy में लिखने लगी✍️✍️✍️

कड़वे प्रवचन book राष्ट्रसंत आचार्य श्री 108 तरूण सागर महाराज जी द्वारा लिखी गई है , यह बुक 14 भाषायो में प्रकाशित है , यह बुक मुझे सबसे अच्छी लगती है , इस बुक के विचारे मुझे हमेशा motivate करते हैं