कलम तो सब उठाते है , लेकिन तुम कलम तब उठाना जब देश का उद्धार करना हो , लोगो को जगाना हो , नेकी के काम करना हो , में आप सभी को आज एक अपनी poem कलम उठाते रहना प्रस्तुत कर रही हूं
अपनी कलम उठाते रहना। अन्याय दुराचार रिश्वत के बारे में। न बोल। पाने। पर? अन्याय दुराचार रिश्वत के बारे में। न बोल। पाने। पर। बड़ों को उनकी बात अच्छे से न समझा। पाने। पर? तो कलम? उठाते रहना? तो कलम? उठाते रहना? अपनी कलम की। मिसाल? ऐसे बनाना। अपनी कलम की। मिसाल। कुछ ऐसे बनाना? जैसे कोई पत्थर की लकीर हो, कोई बात लिखी? तो वो सत्त होनी चाहिए। अपनी कलम उठाते रहना, अपनी कलम उठाते रहना? देश के उद्धार के लिए?
Akanshya Kajol
@AKA381 · 1:28
हाय आशिका। आपने बहुत ही स्ट्रॉन्ग मेसेज दिया है। अपनी इस कविता के जरिए। कलम तो सब उठाते हैं। लेकिन तुम कलम तब उठाना? जब बहुत स्ट्रॉंग लाइन है यह। और जो आपने पॉलिटिकल बातें जो की है दुराचार? या फिर रिश्वत लेना। तो हम मतलब कलम से ही यह सब बंद करवा सकते हैं। और फिर कलम की जो ताकत है। इस कविता के जरिए आपने बहुत ही बखूबी को ट्री किया है। 1 मतलब रौशनी डाली है उस बात पर। तो मुझे वो बहुत अच्छी लगी यह बात।
Muskan Bothra
@Heart_sayer · 1:37
और जब हम सोच में डूब जाएं तो वो हमारा गहरा सागर बन जाती है। हम 1 ही कलम से कितनी सारी कार्य कर सकते हैं? तो कलम? हमारा? 1 मूल्यवान धातु है? जो हमें कभी भी? कुछ भी करवा सकता है? लेकिन हां? कलम? उठाओ? तो सही? लेकिन दिल को छूने के लिए? न? कि कुछ ऐसा लिख कर कि कलम सीधा दिल पर तीर चला दे? वही? तो कलम? उठाओ? तो सोच? समझ कर उठाओ कि किसी का उधार हो? ना कि वार हो?
Swell Team
@Swell · 0:15
Rashmi Gautam
@krishndiwaniRG · 1:52
हाय? आशिका। आपने बहुत ही अच्छा लिखा है। कलम? कब उठानी चाहिए? आपने? बहुत अच्छे से एक्सप्लेन किया है। जैसे अन्याय हो? रहा हो? या हमारे समाज में। कुछ भी कुरती वगैरह हो। तो उस सबको जो समाप्त करने की क्षमता है। वो क्या? केवल पढ़ाई लिखाई में। और कलम उठाने का। मतलब? पढ़ाई लिखाई से ही। आपने एक्सप्लेन किया है कि पढ़ाई लिखाई में बहुत ताकत होती है।