Jagreeti sharma
@voicequeen · 2:32
भारत माता की पुकार
ह**ो? एवरीवन। आज मैं आप सबके सामने फिर से 1 नई कविता लेकर उपस्थित हुई हूं। जिसका शिर्षक है भारत माता की पुकार। इस कविता के माध्यम से। भारत माता। देश के नागरिकों से। यह अपने बच्चों से यह कहना चाहती है। उस पर मैंने लिखा। कुछ पंक्तियां। सुनिएगा। कविता का शीर्षक है भारत माता की पुकार। मुझे भी चाहिए। आजादी।
Huma Ansari
@HumaAnsariwrite · 1:09
मुझे। आपकी। कविता बेहद। पसंद। आई। आपने। जितने भी। पहलू। रखे। वाकई। आज हर नागरिक को जरूरत है उन पर विचार करने की, उन उन पर कुछ कार्य करने की। भारत माता की। जो पुकार है, वो वाकई सच्ची पुकार है। आज हमें इन सबको दुरुस्त करने की जरूरत है। और ये केवल 1 फौजी का ही कर्तव्य नहीं है बल्कि इस देश के हर 1 नागरिक का कर्तव्य है। हम सबको मिलकर इस देश को आगे बढ़ाने के लिए, इसे इसकी प्रगति के लिए, कोई न कोई कदम जरूर उठाना चाहिए। जो जो कुछ भी हो रहा है, गलत जो भी गलत हो रहा है, वो नहीं होना चाहिए।
मैं? आशिका। आपने जो भारत माता की पुकार कविता रखी है। उसमें अपने जो विचार रखे है वो मुझे बेहद। पसंद। आए। मैं यह चाहूंगी कि भारत माता की पुकार? भारत माता? यानि कि अपने देश की माता? सभी नागरिकों की माता? हमें उसका सम्मान करना चाहिए। अपने देश के प्रति? देश के प्रति। हमें छल कपट नहीं करना चाहिए? जैसे कि हमारे नागरिक? भारत के नागरिकों के मूल कर्तव्य 11 हैं। और हमें उन सभी का पालन भी करना चाहिए।