सच? तो मन है। मन की बात। सभी से शेयर मन है। जो स्वार्थ स्वार्थ रहता है। आज सच और झूठ क्या है? ये बड़ा? मुश्किल है। भलाई कारिया। हूँ। पर। खुद्दारी है। गुरु है। यही मेरा मन। और यही मेरा अपना। कहना है। मन और मन की सोच में यही 1 समान रहना है। आओ मन की सोच? सोचें और न किसी का भला कर। सके? तो बुरा भी न करें। मन के साथ ही हम सब अपने जीवन को सही राह पर ले जाए।
हेलो आपकी स्वेल सच में बहुत बढ़िया है। आपकी हर 1 लाइन में आप जो हमारे साथ शेयर किए। अपनी जो। जिस तरीके से आप अपनी मन की बात हमारे सामने प्रस्तुत किए। वो सच में बहुत अच्छा है। और आपकी हर 1 लाइन से मैं सहमत हूं। और उससे हम सबको कई सारे कई सारी बाते सीखने को मिल रही है। तो ऐसी बहुत अच्छी स्वेल हमारे साथ शेयर करने के लिए। बहुत बहुत धन्यवाद। ऐसे ही स्वेल्स पोस्ट करते रहिये।