आस्था........एक सोच और विश्वास
आस्था। 1 विश्वास हमारे मन का, हमारे भावों का? और आस्था से ही हम मंदिर में ईश्वर को खोजते है? जबकि पत्र और तराशी? mूrtimकीअंतर को मूर्त देने के बाद? भगवान की आस्था? जग। हम विश्वास करते हैं कि भगवान यही आस्था है? ज्यादा कहने से कोई फर्क नहीं। पड़ता। शब्दों में, शब्दों को केवल इतना समय आस्था? या। 1 विश्वास है? और 1 विश्वासी जीवन है। हम जीवन में अपने पराय में केवल विश्वास करते हैं। वही 1 आस्था जीवन का प्रयास? या प्रेरणा है।
आपने बिल्कुल सही कहा आस्था हमारी जीवन जीविका है। आस्था की वजह से हम आगे बढ़ पाते हैं। और कभी कभी आस्था हमारी पहचान बन जाती है। तो इसीलिए आस्था को 1 सोच और विश्वास कहना सही है। और मैं आपकी बातों से सहमत हूँ। और ऐसे स्वेल शेयर करने के लिए आस्था की विवरण इतनी खूबसूरत ढंग से देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। आप ऐसे ही स्वेल्स पोस्ट करते रहिये। और हम भी आपकी स्वेल्स सुनेंगे और हम अपने विचार आपके साथ शेयर करेंगे। बहुत बहुत धन्यवाद।