भले ही मगर बहुत कुछ बोल देते हैं। मगर बहुत कुछ बोल देते हैं। पढ़ कर देखो? तो जरा इनकी करुणा। भरी आँखों को। पढ़कर देखो? तो जरा इनकी करुणा। भरी आँखों को। बात दिल की? ये भी बोल देते हैं।
लेकिन कुत्ता और कुत्ता को देखो। यदि हम उसे पालतू बनाते हैं। उसे अपने पास रखते हैं? तो वो भी हमारे घर की देख रेख करता है। मतलब बेजुबान? कुछ बोलते नहीं है? लेकिन वो हमारी मदद कर देते हैं। हम उनकी मदद करें। अब जैसे की गर्मी आ रही है गर्मियों में पक्षी हैं। जो वो धूप में कैसे उड़ते हैं। उन्हें पानी की नीड होती है? तो हमें उनकी मदद करनी चाहिए। उन पर दया करनी चाहिए? और अपने छत पर। मतलब। किसी भी बर्तन में पानी दाना रख देना चाहिए।
Swell Team
@Swell · 0:15
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 1:21
नमस्कार? मैं हिमा। सिन्हा। मैंने। आपकी कविता पढ़ी। जो आपने दया भाव के ऊपर कविता लिखी है। बहुत ही सुंदर कविता। आपने सुनाई है। और सच कहा है। आपने बिल्कुल कि हमें जो बेजुबान होते हैं उनके प्रति भी हमेशा दया का भाव रखना चाहिए। वो बेजुबान है? इसका मतलब यह नहीं कि वो कुछ समझते नहीं है। अगर हम उन्हें प्यार दें तो वो हमारे प्यार। हमारे प्यार को भी बखूबी समझते हैं। हम उन्हें घर के सदस्य की तरह रख सकते हैं। तो वो हमारे घर के सदस्य की तरह बहुत अच्छी तरह से रहते हैं।