Yuva Parmar
@yuv025 · 0:30
Zyada nahi par khas the hum
ह**ो? गाइस? यू? लिसनिंग टू। कुछ बातें हमारी मुहब्बत की। अब क्या बताएं? हम के? अब क्या बताएं? हम? काबिले? तारीफ थे हम। बड़े ही? खास थे हम। किससे। कहानियों में भी मशहूर थे हम। नाम। जब हमारा हो तो जिक्र उनका हो जाता जिक्र। जब उनका हो? तो? नाम हमारा आ जाता। काम। जब उनका हो तो ढूंढा हमें जाता ज्यादा नहीं। पर खास थे हम। क्या बताएं? बस?
Anurag Singh
@its_me_patel_ · 0:47
हाय? गुड। मॉर्निंग बहुत ही प्यारा लिखा। आपने। ऐसे लिखते रहे। और हमारे बीच शेयर करते रहे। मैं कुछ कहना चाह रहा हूँ? खास तो कोई होता नहीं है? खास तो बनाया जाता? मैंने की। खास। नहीं थे? तुम? खास तो बनाया है? हमने। तुम तो थे? बस? फुल? बागों के? महल? रेल। दीवारों में। हमने। सजाया है? अपने। न तो आंखें नशीली? न ही। उस ने प्यारी। बस। कलम से। तेरी तारीफ में, अल्फाजों को पन्नों में?
Yuva Parmar
@yuv025 · 0:34
खास हो? तुम? दूसरों के लिए? न सही? पर मेरे लिए खास होते? नहीं? देखा है उन्होंने? तुम्हें? मेरी नजरों से। इसलिए उनके लिए आम हो? तुम। पर। मेरे लिए खास हो। तुम। कहते हैं लोग खास होता? नहीं? कोई उन्हें खास बनाया जाता है? कहते हैं लोग खास होता? नहीं। को ही उन्हें खास बनाया जाता है? खास? तो ताज महल भी नहीं है? उसे भी खास बनाया गया है? तो? हाँ मैंने तुम्हें खास बनाया है। और इसी लिए खास होता?
Swell Team
@Swell · 0:15
यूँ हर किसी को अहमियत देना अच्छी बात है। मगर खुद को भूल जाना बहुत गलत बात है। यूँ जिंदगी को किसी के लिए बर्बाद न करो। 1 ही जिंदगी है। इसे अपनी मुस्कराहट के नाम करो। कभी किसी के जाने से इतना मत घबराओ कि अपने आप को ही भूल जाओ। यूँ हर किसी को अहमियत देना अच्छी बात है। मगर खुद को भूल जाना बहुत अलग बात है। कभी कुछ चीजें सिखाई नहीं जाती। मगर सीखने की जरुरत जरुर बढ़ जाती है। इसीलिए अपनी जिंदगी को यूँ ही किसी के लिए खर्च मत करो। बहुत अनमोल है। ये जिंदगी। इसे अपने और अपनों के नाम करो। इससे अपने और अपनों के नाम करो। किसी और के लिए खास नहीं। तुम खुद को खुद के लिए खास बनाओ। अपने आप को हर किसी से ज्यादा। अहमियत। तुम। 2 धन्यवाद।