यानी फूड ब्लॉगर हूँ? तो नए खानों की तलाश में हूँ। पर मौसम ने अंगड़ाई ली है। और बारिश चालू हो चुकी है। मेरे 2 दोस्त मेरे साथ। इस वक्त गाडी के अन्दर है। और बैकग्राउंड म्यूजिक बजा रहे हैं। वरुण जदुवंशी। मेरे बहुत क्लोज फ्रेंड। मेरे दिल के बड़े करीब है। और अच्छे बुरे। सभी हालातों में मेरे साथ लगभग बने रहते हैं। साथ साथ आगे की सीट। पे। जिसे हम को पायलट की सीट कहते है। वहाँ विपिन बैठे हुए है। और अपने फ़ोन में। इस वक्त।
आपने बिल्कुल सही फरमाया है। दिल्ली में। आजकल बहुत ही अजीब मौसम रहने लगा है। कभी भी मौसम बदलता है? कभी भी धूप आती है? कभी भी बारिश आती है। क्योंकि मैं खुद 1 दिल्ली से हूँ। तो मैं इस बात को बहुत ही अच्छी तरह रिलेट कर पाती हूँ कि जब भी हम किसी काम से जाते हैं या कभी भी कोई इमरजेंसी कुछ आती है? या बाहर से बाहर हमें जाना पड़ता है। तो अचानक से मौसम बदल जाता है। और फिर हमारा सारा प्लान शॉप आउट हो जाता है। सो ये मानसून का सीजन होता नहीं है वैसे दिल्ली में? क्योंकि यहां पर बारिश अक्सर जुलाई और जुलाई और अगस्त में ही आती है।