हेलो? veryवon? उम्मीद है। आप सब। बहुत अच्छे होंगे? खुश होंगे। आज। फिर मैं 1 नई कविता ले कर आपके सामने हाजिर हुई। हूं। आज की कविता का सिसक है? हार? और जीत। सुनिएगा। जब कोई हार जाए? जी? हां? जब कोई हार जाए। विश्वास। उसका खो जाए। मुश्किल होता है। उसे। समझाना। मुश्किल होता है। उसे समझाना? आसान नहीं होता? हालातों और जस बातों। पे काबू? पाना। पर? जीतना होगा। तुम्हें। बरकरार? रखना होगा?
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:49
हेलो जागृती मैं साबी बोल रही हूँ। मैंने। अभी आपकी कविता सुनी जिसका शीर्षक आपने रखा है। हार जीत बहुत ही मोटिवेशनल पोयम थी। आपकी। मुझे बहुत पसंद आई और आपने अपने पोएम में जैसा कहा कि कोई हार जाता है तो उसे समझाना मुश्किल होता है। हाँ बिल्कुल लाइफ में। अगर कभी हार जाए तो बहुत तकलीफ होता है। मूव करना भी तकलीफ होता और उस टैम कुछ समझ नहीं आता। और उसे समझाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। पर फिर भी हमें आगे बढ़ना होता है।
Nikkeita Sharrma
@Natureadds · 2:59
हाई जागती। आप। बहुत ही प्यारे इंसानों और आपकी। आवाज उससे भी प्यारी है। मैंने आपकी कविता सुनी। और यह पहली कविता है जिसके लिए आपने मुझे इनवाइट किया। सो थैंक यू सो? मच आपके इनविटेशन के लिए। और बहुत ही प्यारी कविता लिखी है। आपने। ये 1 ऐसा टॉपिक है जिस पे हम ज्यादा बात नहीं करना चाहते बिकज हम डरते हैं। जब हम जीत जाते हैं तब हमें फर्क नहीं पड़ता लेकिन हम जब हार जाते हैं तब हमें बहुत फर्क पड़ता है जीतने के बाद हम दिखावा करना चाहते हैं। और हारने के बाद हम छुपना चाहते हैं।