हेलो? उम्मीद है। आप सब बहुत अच्छे होंगे, खुश होंगे? प्रशन होंगे। आज। फिर मैं नया स्पा लेकर आपके सामने हाजिर हुई हूँ। आज की सालक। कविता है। कविता से। सक है। कलम की आवाज। सुनिए। हर कलमकार की पहचान है। कलम। हर। कलमकार की पहचान है। कलम। ढला के स्वर्णिम इतिहास का। साक् है। कलम। नवीन। बदलाव की। क्रांति का? जनक है? कलमकार। पहचानों। कलम की आवाज को। और बनाव।
Kushagra verma
@Kushagraverma · 0:58
जागृति। जी बहुत अच्छी। अपने रचना। कही है कलम की आवाज़। और जो हम लेखक हैं। कलम की आवाज होती है। जो हमारे दिलों की उपज होती है। जो हम सोचते हैं, जो हम चाहते हैं कि दुनिया को वो सुनाई दे वो हम कलम की ताकत से ही तो हम वो आवाज तक तक पहुंचा सकते हैं। और जो आपने कहा है कलम की आवाज हिस्ट्री से भी आती है। और 1 फ्यूचर का भी। रचना कलम की आवाज ही कर सकती है। तो बिना कलम के? तो कुछ भी लिखावट।
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:43
हेलो? जागृती? मैंने। अभी। आपका। सुना। शीर्षक। बहुत ही अच्छा रखा है। आपने। कलम की। आवाज। बहुत सुन्दर कविता थी। आपकी। और जैसा की। आपने कहा की। कलम की। धार। बिल्कुल। सही। कहा। आपने। 1 कलम ही है। जो हर चीज लिख सकता है। यहाँ तक कि हम अपने जजबातों को भी कलम के द्वारा ही लिख सकते हैं। जहाँ तक के हम सब राइटर्स हैं तो कलम की अहमियत हर किसी को पता है। हम सभी को पता है कि कलम की अहमियत क्या होती है?