Vipin Kamble
@Vipin0124 · 2:12
वो लम्हे जो तेरे साथ बिताए….
नमस्कार? आज बात करेंगे उन लमहों की जो दोनों ने साथ बिताये। और यादें बनकर साथ रह गए। कविता का शीर्षक है वो लम्हे। वो लम्हे। जो तेरी यादों से भरे। वो लम्हे। जो फुर्सतों से भरे, तेरी मेरी जुगलबंदियों की नजर थे। हर घड़ी हमने साथ। बिताए। 1 दूसरे के साथ में। लेके, हाथ। 1 दूजे का हाथ में। 1 दूसरे के इंतजार में। वक्त की पेशानी पर। कभी शिकन देखी? नहीं। उन लमहों में।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 1:39
और आपके। इस कविता के लिए। आपका बहुत बहुत शुक्रिया। बहुत ही सुंदर वर्णन किया है। आपने। यादों। का। उम्मीद है। आपसे। और भी मुलाकात होगी। आगे तो मिलते हैं और इंतज़ार रहेगा। मुझे। आपके। स्वेल। का। थैंक। यू। वेरी। मच। आपका। बहुत बहुत धन्यवाद।
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:43
गुड? ईव्निंग मैम मैं हिमा। सिन्हा। आज स्ेलपोसुनियआपकी। आपने बहुत अच्छा टॉपिक चॉइस किया है। बहुत ही सुंदर लगा। और बोला। आपने बहुत अच्छा। उनलंहोकलिआपने अपनी फीलिंग को बहुत अच्छे तरीके से बताया है। बहुत ही सुंदर तरीके से आपने अपने अंदर की भावना को कि जो आप उन लम्हों को याद करके सोचती हैं। वो बहुत सुंदर तरीके से आपने बताया है। आपकी रचना बहुत पसंद आई। मुझे आगे भी आशा करूंगी। आप अच्छे से। अच्छे। इसी तरह की कुछ फीलिंग भरी बातें हमें सुनाती रहें।
Swell Team
@Swell · 0:15
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:31
हेलो? विपिन मैं साबी बोल रही हूँ। गुड। ईवनिंग मैंने अभी। आपका स्वेल सुना। जिसका शीर्षक आपने रखा है। वो लंबे। जो तेरे साथ। बिताए। बहुत ही खूबसूरत रचना थी। आपकी। बिल्कुल सही कहा आपने, कि वो इंसान रहे या न रहे? हमारे साथ। लंबे रह जाते हैं। उन लाभों को याद करके हम खुश हो जाते हैं। बहुत ही अच्छा बोला। आपने। मुझे। आपका। यह स्वेल। बहुत अच्छा लगा। आशा करेंगे। आप। ऐसे ही हमे और सुनाती रहेंगी। थैंक यू सो मच।