Vipin Kamble
@Vipin0124 · 4:36
पहाड़ों वाली मैगी और सुकून से चाय पीने की जगह
कोहरे की धुंध। चाय वाले भाई की दुकान से उठते। अदरक और इलायची की बेहतरीन। खुशबू। 2 कप चाय के साथ। 1 उमदा। मैगी देने की फरमाईश। उनका बड़े। इत्मिनान से। मैगी को अपने पहाड़ी, मसालों के मेल जोल में। नए रूप से पेश करना। गर्म। गर्म। चाय के साथ। गरम। गरम। मैगी की बात ही कुछ और है। तुम्हारे।
Pousali Das
@Pouz_Talk · 0:58
good evening mamimपoषliये। पोस्ट सुन रही थी। मुझे बहुत ही अच्छा लगा कितना सुंदर से आपने। वो बोला। 1 पुरानी याद के बारे में। 1 कहानी मुझे। बहुत अच्छा लगा। मैं आपका ये स्वेल पोस्ट आपका। आवाज। बैकग्राउंड। म्यूजिक वो सब कुछ रिलेट कर रहे थे। वो कहानी का सिचुएशन स है? रैली। मैम? दैट्स वेरी ग्रेट। थैंक यू सो मच। मैं फॉर दिस ब्यूटिफुल? स्वेल पोस्ट। आशा करती हूं कि नेक्स्ट टाइम भी। आप। इससे भी ज्यादा खूबसूरत। कोई पोस्ट हमारे साथ शेयर करें। थैंक यू सो मच। मैं।
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:56
हेलो मैम मैं हेमा सिना आपका स्ैलपोरसुनामैम पहाड़ों वाली मैगी। मैम ये कहानी सुन कर? तो वापस मैं भी देरा दून पहुंच गई। और वहीं मैगी की दुकान याद आ गई जहाँ हमने भी मैगी खाई थी। मसूरी जाते समय बहुत अच्छी कहानी आपने सुनाई है। मेरी भी पुरानी यादें। बल्कि ताजा हो गई। बहुत ही सुन्दर। आपने बोला है। बहुत अच्छे शब्दों का चयन किया है। बहुत ही अच्छी कहानी को बहुत अच्छे तरीके से पेश किया है। मैं। बहुत ही बढ़िया उस चाय की याद और वो पुरानी बातें याद करना।
Swell Team
@Swell · 0:15
तो वो सकून जो है वो हमें मिलता नहीं है। और जो भी हम खाते है। मुझे ऐसा लगता है कि उन चीजों का कुछ स्वाद और वो अरोमा जो है वो नहीं आता। लेकिन अगर हम पहाड़ों की बात करें तो इतना शांति मन को मिलती है। और जरूरी है पीस ऑफ माइंड? जो हमें सिर्फ पहाड़ों पर ही मिल सकता है। ऐसी कई जगह हैं पहाड़ों वाली जहाँ मैं गई हूं। हमारे जम्मू में काफी जगह है। अभी जैसे थोड़े दिन पहले ही मैं सनासर गयी थी। वो भी काफी बहुत प्यारी जगह है।