Laxmi Dixit
@vicharnama · 1:04
मां दुख दूर करो
नमस्कार। दोस्तों, मैं लक्ष्मी दीक्षित। ग्वालियर? मध्य प्रदेश से प्रस्तुत हूँ आप सब के सामने अपना पहला स्वर लेकर। जिसका शीर्षक है माँ। दुःख। दूर करो। सुनिएगा जगत, जननी माँ कर। कल्याणी भक्तों का दुःख दूर करो। अंधकार, चहुं। और गिरा। है दिव्य। ज्योति से। तम। नाश करो। संकट के बादल, हैं छाए प्राण, नूतन, तन में, भरों उदासीन, जगत दी कर। पड़े हैं पीर, दिनों की।
Jagreeti sharma
@voicequeen · 1:00
जय। माता दी। आपने बहुत ही अच्छा कविता सुनाया। और आपने लिखा भी बहुत अच्छे से है। आपने। माँ आदि शक्ति। दुर्गा भवानी के ऊपर लिखा है। आपकी। लाइन। सुनकर। 2। लाइन। याद आती है। जीवन भर पीपा के सुमन भर से दर्शन के लिए। अभियान से, ऑटो लाने। आदि शक्ति महतोभवानी। जय, दुर्गा, कल्याणी, प्रदूषण, अज्ञानता के अंधकार को मां सत्, बुद्धि का विकास करो। जो भी लुक आये हमारे जीवन में उनका अविनाश करो। लिखते।
Swell Team
@Swell · 0:15
Ayushi Bharat
@Ayushi-Bharat · 0:11
जय माता दी। मां 1 महाशक्ति का स्वरुप है और परोपकार की वाणी है। जय माता दी। थैंक यू।