दोस्तों। मैं आज आपके साथ अपनी 1 कविता? जिसका नाम मैंने इजहार रखा है। तो ये अपनी कविता? इजहार? मैं? आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ। अगर आपको जरा भी पसंद आए? तो प्लीज उस पर अपने विचार? जरूर। मुझे? बताइएगा? इजहार? नहीं? नहीं? कभी भी? नहीं। मैं? नहीं भूल सकती? तुम्हें? नहीं? नहीं? कभी भी नहीं। मैं नहीं भूल सकती। तु में। तुम थे? तब भी।
veena ahuja
@veenaahuja · 1:47
ये होता है सच्चा प्यार? क्योंकि बहुत ही रेयर है। आज के जमाने में। तो मैं सोचती हूं कि बहुत ही 1 कीमती चीज है। पर जिसको ये 1 बार मिल जाता है। तो उसके बराबर दुनिया की कोई चीज नहीं है। कोई भी चीज उतनी खुशी नहीं देती जितना कि 1 सच्चा प्यार और सच्चा प्रेमी तुम्हें देता है। चाहे वो आपके कोई भी हो। पाती हो। तो उसकी बराबरी दुनिया की कोई चीज नहीं कर सकती। तो उसी का इजहार खयालों में मैंने किया? पूरा आपको अच्छा लगा।
Swell Team
@Swell · 0:15
veena ahuja
@veenaahuja · 0:15
थैंक यू प्रिया। आपको इस हार मेरी कविता अच्छी लगी। आपने पढी टाइम दिया और उसको पढ़ा और आपको पसंद आई थैंक यू वेरी मच।