खुशियों के पीछे भागते भागते थक जाओगे पर खुशी की तलाश न कर पाओगे। खुशी तो तुम्हारे आसपास हर तरफ बिखरी हुई है। तुम्हें ब*ोरने की कला आनी चाहिए अन्यथा ऐसा भी होता है कि हर खुशी मिल रही है 1 इंसान को फिर भी वह उस खुशी का पूरा आनंद नहीं ले पाता। कृतज्ञ नहीं है वे व्यक्ति प्रभु का शुक्रिया करना नहीं आता। उसको सब कुछ होते हुए भी जो खुश नहीं उससे भाग हीन भरे ला कौन होगा? सकारात्मक भाव में रहना सीखो अकारण खुशी की तलाश करो। हर वस्तु व्यक्ति तुम्हारी प्रसन्नता का कारण बन सकता है। शिकायतें ही करते रहोगे तो खुशी कहाँ से पाओगे?
hi first for so dialy appreciate your epoc वेरी nice poetry and the टॉपिक खुशिया ये आज के टाइम में काफी ज्यादा इम्पोर्टेंट है एंड अगर किसी को मींस पुरी पोइट्री का मीनिंग समझ में आ गया सो he would be very mens खुश मोटीवेट टाइप feeling है और पोयट्री के वि में समझाना तो इट्स लाइक वेरी नाइस सो अंदर खुशिया एंड ऑल तो आपने उस ताप की वाइफ को जनरेट कर दिया सो थैंक यू सो मच अगain nice पो सो थैंक यू सो मच haपनiजडेटेकर।
veena ahuja
@veenaahuja · 0:27
थैंक यू मेहेक आपने मेरा मोटीवेशनल पेज खुशियां पसंद किया खुशियां ही तो हमारा मेन मकसद है न जीने का जीवन में खुशी होगी संतुष्टि होगी तभी हमें जीवन जीने का आनंद आएगा और हम मस्ती से अपना जीवन बिताएंगे औरों को भी खुशी से रहने देंगे। थैंक यू।