@veenaahuja
veena ahuja
@veenaahuja · 4:09

मेरे शहर की मिट्टी

दोस्तों आज मैं आप सबके साथ अपनी 1 कविता साझा करना चाहती हूं जो मैंने अपने शहर को मद्देनजर रखते हुए लिखी है मेरे शहर की मिट्टी कुछ तो है इस शहर की मिट्टी में, इन हवाओं में, इन फिजाओं में जो मुझको मुझी में समेटे हैं रंग देखे हैं अनेक अनेक बार फिर भी यहीं के रंग ढंग मुझे न जाने क्यों बहुत भाते हैं लोग लाख कहीं यहाँ है ही क्या मेरी तो जन्नत इसी धरती में बसी भासती है जहाँ बिताया जिंदगी का हर 1 पल मैंने कैसे यहां से ऐसे पलायन करूँ न चैन होगा न सुक** बिमिस जमी के मुझे कैसे इसे मैं छोड़ दूं मेरे लिए जन्नत भी ये मोहब्बत भी सब कुछ यहीं का कबूल है मुझे बस मेरी आंख देखें इसके गुलाबों को ही सिर्फ काटे देखने की कहां मुझे फुरसत ही है मैं पुरसुक** हूँ अब अपनी जिंदगानी से ऐ मिट्टी तू ने ही तो दिया मुझे ये सब कुछ अब आखिरी हैं जो जिंदगी के लमहे मेरे उन्हें बिन तेरे में गुजारूं ही क्यों तू ही साक्षी है मेरी क*ियों का मेरी खूबियों का तूने ही तो मुझको प्यार से संवारा है ऐ जमीन दिल चाहता है तुझे आखिरी दम तक निहारा करूँ आखिरी वक्त भी सजदा करूं तुमको तेरी कर्जदार हूँ मैं तू मेरा राजदार जो है बस यूं ही मुझ पर सदा मेहरबान रहना जैसे बीती ये जिंदगी मेरी हंसते हंसते वैसे ही आखिरी सांस में भी मुस्कान देना मुक*्मल और दोस्तों मुझे बहुत अजीज है मेरे शहर की मिट्टी मैं चूम लूं इसे की सजदा करूँ अब मेरी हर सांस इसकी कर्जदार भी है यही तो मेरी पलपल की यादगार है ऐ जिंदगी जी हूँ मैं यहाँ इसके साये में बड़ी शान से है दोस्तों उम्र गुजारी हैं यहाँ बेपरवाही से मस्ती से यूँ ही हंसते हंसते मैं जान भी दे दूं बस मैं कुरबान हूँ तेरी दयाना दारी पे मैं बड़ी हार हूँ तेरी यारी के कुछ तो है इस शहर की मिट्टी में इन हवाओं में, इन फिजाओं में जो मुझको मुझी में समेटे है धन्यवाद।
@Mamta09
Discover_With_ Mamta
@Mamta09 · 2:00
नमस्ते? वीना जी? तो बहुत समय के बाद मैं स्वेल पे रिएक्टिवेट हुई। हूँ। एंड रेली। आपने क्या बात कही है? और आपकी कविता। मेरे शहर की। मिट्टी। मतलब। जितना टाइम में स को सुन रहे थे। वीना जी। मैं अपने स्कूल के दिन पहुंच गई। और मुझे अपने स्कूल का वो प्ले ग्राउंड याद आ गया। उसके बाद भाग कर टिफिन में घर जाना। बड़े। ग्राउंड में जाकर खेलना। जब मैं साइकिल सीख रही थी। इतनी बार गिरी उस रोड में।
@veenaahuja
veena ahuja
@veenaahuja · 2:36
ममताजी थैंक यू वेरी मच आपने इस कविता को मेरे शहर की मिट्टी इतने ध्यान से सुना और उसके साथ अपना तादात्म स्थापित किया आपको भी वो विचार दिल को छुए हैं तो बस मेरा लिखना सफल हो गया कहते हैं न कि 1 भी व्यक्ति अगर आपके विचारों से रुबरु होता है और खुद फील करता है वही चीज गहराई से तो समझ लीजिये आपका लिखना सफल हुआ और वही चीज मैं अभी फील कर रही हूं ममता जी आपने इतनी गहराई से इस भाव को लिया है और ऐक्चवली बात भी सही है है कहीं भी इंसान होता है तो अगर वह भाव भरा होगा तो उसे अपने शहर की याद तो जरूर आती है अगर वो अपने शहर को छोड़कर किसी अपने कार्य क्षेत्र में चला जाता है और वो भी मजबूरी होती है लेकिन अपना शहर जो है जहाँ की मिट्टी में वो खेती ला है अपने छोटे छोटे दोस्तों के साथ अपने घर में रिश्तेदारों के साथ जो उसकी 1 यादों की कड़ियां होती है न वो ताज जिंदगी रहती है और उस शहर की मिट्टी में जो कुछ भी उसने अनुभव किया होता है उसके मरते दम तक उसके के ये जहन में ये यादें रहती हैं कभी भी जाती नहीं है तो जब भी उनको मौका मिलता है तो वो उभर के आती है और वो उसी में मगन होकर उनको याद करता है और वो बड़ी सुहानी यादें होती हैं उनमें बड़ा रस होता है और वो उसमें आनंदित होता है उनको याद करके तो ममता जी आप बहुत भावुक दिल की स्वामिनी हैं तो बहुत अच्छा लगता है आप इतना सुंदर रिएक्ट करते हो मन खुश हो जाता है आपकी अपनी आवाज बहुत मधुर है मुझे सुनने में बहुत अच्छी लगती है और आज मैं बहुत दिन बाद स्वेल में आई थी मैंने खोला इसको तो बस आपकी सुंदर सी आवाज सुन ने और इस कविता के बारे में इतना अच्छा आपने रिएक्ट किया तो आम वेरी हैप्पी और जी कोशिश करूंगी जरूर कुछ न कुछ लिखूंगी इधर बहुत दिनों से मैं नई कुछ मैंने इसमें डाला है जरूर अब मैं जरूर कुछ इसमें और डालूंगी थैंक यू वेरी मच ममताजी गोडेस।
@Swell
Swell Team
@Swell · 0:15

Welcome to Swell!

@Mamta09
Discover_With_ Mamta
@Mamta09 · 1:08

@veenaahuja

गुड मॉर्निंग मीना जी आपने मेरी सुबह बहुत सुन्दर बनाई मैंने मैंने आपका जो जितना रिप्लाई था वो पूरा सुना एंड आपने इतने प्यार से मुझे कहा है कि आप भावुक दिल की स्वामिनी है i mean i found a new definition for myself and it is मेकिंग मी फील सो गुड अबाउट मी की ठीक है हम इंग्लिश बोलते हैं लेकिन हिंदी में इतने प्यार से मुझे किसी ने संबोधित नहीं किया कि आप 1 भावुक दिल की स्वामिनी है मीन 1 तो भावुक होना उसके बाद हार्ट से रिलेटेड है एंड सेकेंड स्वामिनी है आप ये मतलब इतना मधुर था मेरे लिए सुनना और आपने जो मेरी आवाज की तारीफ तारीफ की है आम आम रैली ग्रेटफुल मैम आम रैली ग्रेडफुल टो यू एंड हाँ आप प्लीज लिखिए क्योंकि हां मैं जब भी आती हूँ तो 1 बार में विजिट करती हूं आपको कि कुछ नया तो नहीं आ गया न क्योंकि बहुत रॉ लिखती हैं और आपकी आवाज इतनी रा है न कि टच कर जाती है तो आपको भी बहुत सारा गॉड ब्लेस यू थैंक यू।
@veenaahuja
veena ahuja
@veenaahuja · 2:27
सो स्वीट ऑफ यू ममता जो मैंने बोला है वो बिल्कुल हंड्रेड परसेंट अपने दिल से बोला है और मेरी कुछ ऐसी आदत भी है मैं अपनी तारीफ तो नहीं कर रही लेकिन ऐसा लोग कहते हैं कि मैं जो दिल से फील करती हूँ वो मैं कह देती हूं और सचमुच जो तुम्हारे लिए मैंने बोला है वो बिल्कुल सही है आप ऐसे ही हो और मैं कुछ ऐसा है कि मैं लोगों को पढ़ लेती हूं जब उनकी में कुछ लिखा हुआ या उनका कुछ बोला हुआ सुनती हूं तो कुछ ऐसा है कि मैं काफी पढ़ लेती हूं उसके दिल के भाव तो मैंने जैसे आपको जाना है है इसलिए नहीं कि आपको मेरी कविता या कुछ पसंद आता है आप जैसे बात करते हो जो भी मेरे से आप रिलेट करते हो तो मुझे ऐसा ही लगता है कि आप सचमुच 1 सेंसिटिव माइंड है आपका और क्लियर माइंड है बिल्कुल क्लियर है सबसे बड़ी बात यह जिसको को बोलते हैं न हिंदी में निर्मल मन वो है आपका तो सचमुच आप ऐसे ही हो और आई थिंक यू आर फुल लव आल शो मैंने लव प्रेम पर 1 कविता लिखी है शायद वो पढ़ी है आपने तो कल ही लिखी थी बोली थी मैंने इसमें तो आप जैसे लोगों के लिए ही हम लिखते हैं और आप उसके साथ कुछ रिलेट करते हो तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहता बहुत ही अच्छा लगता है वैसे तो कोई ऐसी बात नहीं है लिखना चाहिए कोई उसको पसंद करे उस पर कोई रिएक्ट करे रिव्यू दे न दें हमें इन चीजों से तो थोड़ा ऊपर उठना चाहिए चाहिए लेकिन फिर भी जब कोई उसको सराहता है तो आप जानते हो न फिर अच्छा तो बहुत लगता है बहुत अच्छा लगता है और आप पढ़ते हो इतना उसको गहराई से डीपली थिंग करते हो उस पर तो आ म वेरी मच ग्रेटफुल टो यू ममता जी और आप ठीक हैं ऐसे ही रखिये हमारे साथ रिलेशन मुझे बहुत अच्छा लगता है जब आप कुछ बोलते हो न आपकी आवाज़ भी बहुत मीठी है गॉड ब्लेस यू ममता।
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