Urmila Verma
@urmi · 2:08
पत्नी की तानाशाही
नमस्कार। मैं उर्मिला। वर्मा। नई कविता लेकर आई हूं। आज की कविता। हास्य रस। तो इसका आनंद। लीजिए। प्रस्तुत है। कविता। कविता का शीर्षक है। पत्नी की तानाशाही। पत्नी की तानाशाही। बेचारे। पति। अति। दुखी। पत्नी की तानाशाही। बेचारे। पति। अति। दुखी करते। बॉस की नौकरी। घर के कामकाज करते। बॉस की नौकरी। घर के काम। काज के, घर का झाड़ू पोछा करना। नाश्ता और लंच भी तैयार। घर का झाडू पोछा करना।
हाई उर्मिला जी आपकी कविता सच में बहुत ही हाथ से रस से भरी हुई थी। 1 पत्नी की तानाशाही। मतलब नॉर्थ? बली पत्नियों की तानाशाही। थोड़ी बहुत रहता है। कि ठीक है? प्यार है। और ये सब है तो थोड़ा तो रहता है पत्तियों का। लेकिन हाँ यह कविता सच में बहुत ही अच्छी थी। की हाँ बेचारा पति। मतलब उसका लाइफ अपने 1 दिन का पूरा दिखा रहा है। कि किस तरीके से वो करता है? सुबह? उठता है? पहले पत्नी की बातें सुनता है। सुबह चाय बनाता है? बर्तन धुलता है?