विपरीत हो, हालात तुम्हारा न दे। कोई। साथ, चाहे? विपरीत हो, हालात तुम्हारा न दे। कोई। साथ। घबराने की कहा है। बात मेहनत रंग लाएगी। घबराने की कहाँ। है। बात मेहनत रंग लाएगी। मांझी? पहाड़ में बना सकता है। अकेला रास्ता, पियुष, गोयल। लिख सकता है। गर सुई से मधुशाला। मांझी? पहाड़ में बना सकता है, अकेला रास्ता, पियूष, गोयल? लिख सकता है। गर सुई से। मधु।
Prabha Iyer
@PSPV · 0:58
बहुत अच्छा लगा। आपकी यह कविता 11 सेंटर जो आप जिस तरह से वर्णन किए हैं। मेहनत रंग लाएगी। हार न मानना। हमेशा तुम सफलता के रास्ते पर चलते रहना। रुकना? नहीं। और आगे बढते। रहना। बहुत अच्छा लगा। थैंक यू सो मच।
Sheeba ❤❤❤
@sheeba1234 · 1:14
हाय गुड मॉर्निंग। मैम। बहुत ही अच्छी कविता है। मेहनत रंग लाएगी। अफकोर्स। जब मेहनत करते हैं तो रंग लाती ही लाती है। आज नहीं तो कल से ही। और हमारे भारत में तो 1 फेमस कोर्ट भी है कि परिश्रम करते जाए। फल की चिंता न करें। अर्थात हमें चाहिए की बस हम मेहनत करते रहे। अपना पूरा फोकस मेहनत पर रखे। और फल की चिंता न करे। और आपने जो कविता के बीच में दशरत। मांझी जी का उदाहरण दिया है।