Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 5:00
Ek Kahani - Meri Zindagi Ke Ansune Kisse - Episode 1 | "एक कहानी - मेरी जिन्दगी के अंसूने किस्से - एपिसोड 1"
Food. K rothawskitralki kisi to madame nimujay bula sorab saparako justin 98 lia usko samjaniko or Khan sam jahega jiske patalisaya to manage. A manager bana Manjab lead Position maya Tamani bhat sochi Kimar leadership killy authorities or iniya leadership does not comes from authority. Influencer up influence kishikokar Saktanjab apka purpose apka resolve strong or apko clarity. Yoki kanjana manika dekbai tere domaks Kameh to tere papa kyagayangi meh delia to mehra ka hashra hoga to Kaival sabke jesse Katana unsuccessful honeyke parameters?
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 4:22
मैनेजर बन गया हूं तो नहीं नहीं हमें जो ज्ञान का न कोई हिरार्की नहीं होती। और शायद से होती भी होगी। मतलब यह डुअल नेचर है। और इसे काफी कॉन्टेक्ट स्टेटमेंट बन सकती है जो में व्यक्त करना चाह रहूँ जो। मैं कहना चाह रहा हूं कि आप अपने अतीत में जाइए। और वहां से बहुत ज्यादा नहीं कुछ खूबसूरत खूबसूरती भरी चीजें हुई होंगी। आपके बचपन में। जो आपको इंस्पायर करेंगे। और वो इंस्पीरेशन लेनी बहुत जरूरी होती है।
और ये हमेशा रॉंग परसेप्शन है। अगर हमें कुछ बनना है तो हमें ज्ञान चाहिए? मार्क्स नहीं। मार्क्स और ज्ञान के बीच बहुत अंतर है इसे सबको समझना चाहिए। मैं भी बहुत मानती हूं सिसवल हम सबको सुना के 1 अच्छा मेसेज देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 4:41
लीडरशिप वैसा मैनेजर पोजीशन पर ऑवियसली यू हैव हैड योर यूज शेयर ऑफ एक्सपीरियंसेज बट ये जो भी थोड़ा बहुत मेरे एक्पीरियंस रहा है अगर काम करके। और कॉलेज में। और यह सब। तो उससे मुझे। यही सीख मिली है कि मार्क्स और पोजीशन और नॉलेज से लीडरशिप नहीं आती आप कितने अच्छे से चीजे हैं आप गोल्ड सेट कितने छे से कर पा रहे आप स्ट्रैटजी कितने अच्छे से
अगर आप फेल हो गए तो आप उसमें दोबारा कभी नहीं बैठ पाएंगे आप दोबारा कभी पायलट नहीं बन पाएंगे तो मुझे वो एग्जाम किसी भी तरीके से पास करना था ओके बट इंजीनियरिंग में। मेरे नंबर अच्छे नहीं थे सो इवेंट फॉर दी एसएसबी इंटरव्यू मैंने सीडीएस एग्जाम दिया मैं पास हो जाता था। इंजीनयरिंग एग्जाम में। मुझे 50 के ऊपर निकाल लेता था बस उससे ज्यादा में कोई इम्पोर्टेंट नहीं समझ में आती थी बिकॉज मुझे फौज में ही जाना था।
तो 5 मिनट कम पड़ जाते हैं? अक्सर अपनी कहानी खत्म करने के लिए। तो इस कॉन्वर्सेशन को आगे बढ़ाता हूँ। और आपने बिल्कुल? सही कहा कि सक्सस के पैरामीटर सबके लिए अलग अलग होते हैं। तो मेरा जो सक्सेस का पैरामीटर था वो कुछ और था? और किसी और के सक्सेस का पैरामीटर कुछ और होगा? दूसरा अभी मैंने 1 डॉक्यूमेंटरी देखी थी। लिंकडिन पर ही आई थी। साइमन से। ने की थी। जिसमें उसे लीडरशिप वर्सेज परफॉर्मेंस। पर। 1। बहुत अच्छा मैट्रिक्स। उसने दिखाया था।
Gunjan Joshi
@Bibliophile · 3:25
जैसा कि रजत ने ठीक कहा कि कुछ कॉम्पिटिशन एग्जाम होते हैं? जहां पर करो या मरो की स्थिति हो जाती है। जैसे कि पायलट एप्टीट्यूड टेस्ट होता है उसको। अगर आप कुछ मार्क्स नहीं लाते हैं। तो उसे आप कभी अपीयर नहीं कर पाएंगे। उस एग्जाम के लिए। दोबारा तो यह उन एग्जाम्स की खासियत है पर मुझे ऐसा लगता है कि अगर कोई उस एग्जाम को नहीं भी अगर कोई निकाल पाता है तो उसे अपने आप में अपने आप से अपने आप से आशा नहीं छोड़नी चाहिए।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 3:05
मैं 1 चीज पुट करना चाहूँगा क्लारिफाई तो नहीं ऐसा नहीं मार्क्स इम्पोर्ट नहीं होते। मार्क्स भी अपनी जगह। उसका 1 एलिमेंटरी नीड है कहीं क्वालीफाई करने के लिए बट वो अंत नहीं है अगर मार्क्स नहीं आये तो आप खत्म है। आप समाप्त हैं आपका कुछ हो नहीं सकता बिल्कुल नहीं कतई नहीं है ऐसा कहीं नहीं है आपके अन्दर 1 फाइटर हैं। आप लड़ने के लिए अग्रसर होने के लिए तैयार है।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 5:00
तो नॉर्थ में मुझे नसीब नहीं हो पाता। आंटी भी बहुत अच्छे से खिलाती थी। करती थी? तो बहुत अच्छी। यादें है। मुझे दुर्गा पूजा के टाइम पर बचपन की। और बड़े होते हुए। और हमारे यहाँ पर भी पंडाल लगते हैं। तो मैं जाता हूँ। बहुत बहुत धन्यवाद। आपको। आपके। पूरे परिवार। आपके जितने भी फॉलोअर्स हैं। आपके जितने भी जाने वाले हैं। आपके जितने प्रिय हैं उनको मेरी तरफ से। दुर्गा पूजा की। बहुत बहुत शुभकामना है।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 4:07
मेरा 5 मिनट कम पड़ जाते है। चली अच्छा रिप्लाई कर सकते हैं? तो लगता है की क्लैरिटी है? या बहुत ड्राइव कर ता है। और मुझे मेरे में। वो बिलीव रखता है। की बहुत कुछ बात है। जो आपको बैक करे आपको वहाँ पे सपोर्ट कर पाए। और मैं ऐसा करियर कोच ऐसा एचआर प्रोफेशनल। मैंने यही देखा है। और फोकस किया है। और मैं हमेशा जो भी टीम बनायी है। वो ऐसी टीम बनाई है। जो मोसली उन लोगों को हायर नहीं करता है? या वो नहीं करता? नंदलसऔरजोहमकहरहे है।
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 4:56
और मेरा कोई यह नहीं था कि मुझे ऐसा करना है। मुझे मैं बस। अपने मैनेजर को देखते रहता। तो मैं कहता था? यार जब मैं मैनेजर बनू? या टीम लीड बनूं? मुझे इनके जैसा नहीं करना है? मुझे इनके जैसा नहीं बनना है? बिल्कुल? कोई मेरा मेरी टीम। मेरे पास छुट्टी हिला? मेरा जूनियर? या मेरा कली? और मैं उसको रूला डालू। क्यूँ की। मेरा जन्म दिन है। मेरी गर्लफ्रेंड का। जन्म दिन है। मुझे। हावडेचाहिएरेमेरी? तुम्हारी माता पिता का?
Adarsh Rai
@TheDevilsHorse · 4:58
और बहुत अच्छी टीचर थी। ऐसा नहीं है कि उन्होंने हवा में हल्का बता नहीं जयपुर में। मैंने कहा क्या ये हवा में उड़ता है तो मैंने थोड़ा मजाक में बट क्वेश्चन के पीछे मेरा जो जेनविन नेस थी न वो बिल्कुल थी कोई कोई जोर था उसमें आया तो मैंने क्वेश्चन पूछ कर बैठ जाओ मजाक मत किया मेरा जेनविन क्वेशन था उसके बाद। मैंने सवाल सवाल पूछो
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 3:59
और उसमें आई गार्ड बेस्ट प्रेन अवॉर्ड इसमें में सेकेंड आई थी तो मुझे बहुत लोग बोलते भी हैं। कि तो बेस्ट ब्रेन करके सारे कास्टिक लि जोकिंग तो खैर बट। और मुझे तो यह भी लगा। आपकी बात सुनके कि भगवान आपके जैसा मैनेजर। सबको दे के जैसे टीम लीड। मतलब अगर ऐसे लीडर्स रहेंगे तो 1 वर्कस्पेस कितना अच्छा मतलब 1 वर्क स्पेस कितना अच्छा हो जाएगा पॉजिटिव के