The mystic
@The.mystic01 · 5:00
The Power of Choice : जीवन बदलने वाली अवधारणा
जो कि पूरे के पूरे गेम को बदल कर रख देता है। तो हमारे जीवन में कई बार ऐसी सिचुएशन आती है? जो हमारे कंट्रोल में नहीं होती? जहां दूसरों का व्यवहार हमें बहुत गहराई तक आहत कर देता है। यह ठीक है कि बारी परिस्थितियों पर हमारा कंट्रोल नहीं है? लेकिन यह भी सही है कि हमारे अंदर वो शक्ति है कि हम उस स्पेस सिचुएशन में कैसे रेस्पॉंड करें? पावर ऑफ चॉइस? या यूं कहें कि चयन करने की शक्ति? हमें लाइफ चैलेंजेस के बीच से, आसानी से निकालने में मदद करती है। हम किस तरह से रेस्पॉंड करते हैं?
वो दिल को किस तरह से गुजारे? इट ऑल? डिपेंड्स? हमारे थॉट्स पे? और क्या रूटीन? फॉलो करेंगे? क्या खाएंगे? क्या पहनेंगे? किस टाइम? वापिस? जायेंगे? सो? इट? इज ऑल? अबाउट चॉइस। उसी चॉइस से हमारा पूरा दिल प्रोडक्टिव और प्रोडक्टिव खुश अनहैप्पी कैसा निकलेगा वो ही उस पर डिपेंड करता है। और जो जैसे आपने बोला कि लाइफ में चैलेंजेस और उनसे फेस करके हम आगे बढ़ जाते हैं उसी से हमारी प्रोपर्स डिफाइंड होती है और आई थिंक।
Swell Team
@Swell · 0:15
The Bookbot Theory
@Bookbot · 2:18
बहुत ही बढ़िया स्वेल कास्ट है। ये। आपने। ऐक्ले। जिस तरह से शुरू किया। आई लव। द। दुनिया में। कुछ नया नहीं है। किसी ने। किसी को। ये ख्याल। हमेशा कभी आया है? लिखा है। किसी ने बस। अलग अलग लोग। अलग अलग वक्त पर अलग अलग जगह पर। इसके बारे में बात करते हैं। तो इसलिए वो नया लगता है। क्योंकि शायद आपने कभी नहीं सुना है। यह बहुत ही खूबसूरत ख्याल था। कम्प्लीटली। अगर हम सिचुएशन को कैसे देखते हैं? वो डिफाइन करता है कि हमारी जर्नी आगे कैसी होगी? हमारी लाइफ। आगे कैसी? शेप होगी?