मैं कोई ऐसा गीत गाव के आर जूज गाव अगर तुम कहो मैं कोई ऐसा गीत गाव के आर जूज गाव अगर तुम कहो तुम को बुलाऊं के पल के बिछाऊं कदम तुम जहाँ जहाँ रखो जमी को वासना बनाऊं सितार से सजाऊं अगर तुम कहो मैं कोई ऐसा गीत गाव के आरजुजगाऊ अगर तुम कहो।
मैं कोई ऐसा गीत गाव के आर जूज गाव अगर तुम कहो मैं कोई ऐसा गीत गाव के आर जूज गाव अगर तुम कहो तुम को बुलाऊं के पल के बिछाऊं कदम तुम जहाँ जहाँ रखो जमी को वासना बनाऊं सितार से सजाऊं अगर तुम कहो मैं कोई ऐसा गीत गाव के आरजुजगाऊ अगर तुम कहो।