@swenzaa67
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 1:27

Mere pyare papa

article image placeholderUploaded by @swenzaa67
हेलो एवरीवन। मेरा नाम है। सावी। शर्मा। और मेरा। आज का पोयम है। पापा के ऊपर। जैसा की। आप जानते है। आज फादर्स डे है। तो। 1। कविता। मैं पापा के ऊपर पेश करना चाहती हूँ। हर ख्वाइश। मेरी पूरी करते है। मेरे चेहरे पर। हमेशा मुस्कान रहे। उसके लिए। बहुत कुछ करते हैं। मेहनत भी किया। तो सिर्फ हमारे लिए। और जो पाया। सब हम पर। लुटा दिया करते हैं। हर्ष जरूरत को। मेरी पूरी करते हैं।

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@Avyagra
Avyagra Pratap Singh
@Avyagra · 1:14
हेलो? साहब। उम्मीद है आप बहुत अच्छे होंगे। अभी आपका सेल सुना। मैंने। जो कविता आपने अपने पिता को समर्पित किया है। जिन शब्दों का आपने चयन किया। वो शब्द काफी अच्छे हैं आपकी कविता में। और जिस तरीके से आपने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है वो तरीका बेहद पसंद आया। हमें। तो जिस तरीके से आपने कहा कि 1 पिता जो कुछ कमाता है वो सब हम पर लुटाता है। और हमारी हर जरूरत का ध्यान रखते हैं। तो ऐसे बिल्कुल सही कहा है? आपने? और हर कदम पर हमारे साथ होते हैं। वो चाहे कैसी भी स्थिति हो अच्छी?
@Pouz_Talk
Pousali Das
@Pouz_Talk · 0:43
हाई सब गुड। ईवनिंग। आपका ये स्वेल पोस्ट मैंने। अभी सुनी। मुझे। बहुत पसंद आई। बहुत अच्छा से आप बताई पापा के बारे में। आज का दिन तो है ही। स्पेशल हमारे सबके लिए। हमारी सबका। ये सुन्दर सुन्दर स्वेल सुनने का कुछ मजा ही थोड़ा अलग सी है। तो बहुत अच्छा लग रहा है। आप सबका। स्वेल सुन के। बहुत टचिंग है। थैंक यू सो।
@HemaSinha1978
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 0:58
हेलो साबी जी मैं हेमा सिन्हा। आज फादर्स डे की। आपको। बहुत बहुत शुभकामनाएं। आपने। जो फादर स डे पर आज अपनी 1 कविता पोयम डाली है। मैंने। सुनी। बहुत सुन्दर है। बहुत ही सुन्दर तरीके से बताया है। आपने। पापा और बेटी के रिश्ते को। हमारी हर। खुशी के पीछे। वही है। हमारी। खुशी के लिए। तो वो जहां भी लुटा देते हैं। सब कुछ करते हैं। हमें किसी तकलीफ में। पढ़ने नहीं देते। वो सारा कुछ अपने सर पे ले लेते हैं।
@Gumnam_Writer
Gumnaam writer
@Gumnam_Writer · 1:00

@swenzaa67

हाय शाबी। आपकी जो रचना है में हार टीचिंग है। जिस अंदाज से पढ़ा है वो अंदाज लगता है। पैरेंट्स के लाइनें लिखी जाए, रचना लिखी जाए। जितना। ज्यादा भी हम लिखे न उतना शायद भी कम है। लेकिन आपने जो लाइन लिखी है और जिस तरह से उनको बयां किया है वो वाकई में कमाल है। बहुत प्यारा आपने लिखा है। और बहुत प्यारे। अंदाज से आपने बयान किया है। और पापा के लिए या मम्मी के लिए जितना भी लिखे आई थिंक उतना कम है। वाकई में बहुत प्यारा आपको।
@Gumnam_Writer
Gumnaam writer
@Gumnam_Writer · 1:47

@swenzaa67

जो कि 4 दिन की महब्बत के लिए नष्ट काट देते हैं? हाथ? काट देते हैं? किनस कार्ड देते हो? 4 दिन की मुहब्बत के लिए? यार नसों में? दौड़ते लहू का एहसान कौन रखता है? और दोस्तों से कहते हो बहुत महंगे खिलौने हैं मेरे पास। क्या? दोस्तों से कहते हो? बहुत महंगे खिलौने हैं मेरे पास। तुम्हारी सौरी के दोस्तों से कहते हो बहुत महंगे खिलौने हैं मेरे पास। तुम्हारी फटी जैकेट पहन कर ब्रांडेड पहचान कौन रखता है? और तुम्हारी ख्वाईशो को जिंदा रखने के लिए? जागता है? अपनी खवाईशो को बताओ?
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