हौसला बुलंद कर। किलों से डटकर लड़ती गई। कुछ पाने की चाह छोड़ अपना कर्म करती गई। जिंदगी की मोड़ से कुछ सीख तजुर्बे में बदलती गई। आशा करती हूँ कि आप सभी को ये पोयम अच्छी लगी। हो। थैंक यू।
ह**ो? साबी? जी एस प्रज्ञा। और आपने। अपनी। ये जो कविता। हमें सुनाई। तजुर्बे के ऊपर काफी प्यारी कविता थी। प्रैक्टिकल लाइफ में। ये चीजें होती हैं हमारे साथ। जैसे कि वो कहते हैं न नाकामयाबी से अपने मुकाम तक की जो दूरी है वो प्रयास तजुरबे की डोरी है। बहुत सुन्दर। पटरी। ऑल। किप राइटिंग। आपने। बहुत सही कहा कि भले ही जब हम हार जाते हैं तो कभी भी हाल हमें अकेले नहीं मिलती। हाल के साथ। हमेशा तजुरबा भी साथ में मिलता है। यह ख्वाबों से हमें बाहर लेकर आता है।
SABNAM SHA
@SABNAM_SHA · 1:11
ह**ो? गुड? इवनिंग में। जैसे कि आपने अपनी कविता। लिखी है कि जिंदगी के तजुर्बे के बारे में। आपने बहुत अच्छी तरह से उसको डिस्क्राइब किया है। अपने प्यारे फाजों में। आपने बहुत अच्छी अच्छी लाइन। उसमें लिखी है कि कैसे लाइक। हमें लाइफ में। गिव अप नहीं करना चाहिए? कभी हार नहीं माननी चाहिए। सिचुएशन कोई भी हो लेकिन हमें कभी गिव अप नहीं करना चाहिए। हमें बस खुद पर भरोसा रखना चाहिए। और अपने साथ ऊपर वाले पर भी भरोसा रखना चाहिए। जिससे कि हम जो करना चाहते हैं वो लाइक करके ही रहेंगे। चाहे आँधी आये? या तूफान। आए। हम कभी हार नहीं मानेंगे।
Swell Team
@Swell · 0:15
Syed Salman
@talktosalman · 0:47
तजुर्बे से? याद आया? कहीं? पढ़ा था? तजुर्बा ही? जिंदगी का तर्जुमा? है? तर्जुमा? मींस? ट्रांसलेशन? जिंदगी का तर्जुमा? ये तजुर्बे ही है जो हमें जिंदगी जीना सिखाते है। और ये तजुर्बा आता है हमें हमारी गलतियों से, हमारी नाकामयाबियों से, हमारे फेलियर से, इन फेलियर से घबराना नहीं है। 1 कदम और बढ़ाना है? कोशिश? करते रहना है? और यही हमें जिंदगी जीना सिखाते हैं। बहुत खूब और बहुत ही अच्छा लिखा। तारीफ के काबिल है।