कहानी:- बिना अपराध की सजा, यह कैसा कानून( पार्ट -2 )
और अगर जब जरूरत होगी तो मैं आपको बात करने को बेटे से बोलती। हूं। तो वसुंधरा ने अपने खुद को खुद ही समझाया? हमने कोई अपराध नहीं किया? तो डर किस बात? का? पर?
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 2:41
लहर? इन सभी बातों के चलते आज कल की महिलाओं ने इन कानूनों का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से। वे अपने पति, उनके घरवालों को प्रताडित करने की कोशिश? मानसिक? ताड़ना देने की कोशिश? सामाजिक तौर पे, उनका तिरस्कार, इस प्रकार की कुरीतियों में लगी हुई है। और दुर्भाग्य यह है कि उनके माता पिता, या उनके परिवार वाले, इन सभी कुरीतियों में, इन सभी गलत कार्यों में लड़कियों का साथ दे रहे हैं। उनका मार्गदर्शन करने के स्थान पर, वे अपनी भटकी हुई बच्चियों को सपोर्ट कर रहे हैं। उम्मीद करती हूं आपकी इस कहानी के द्वारा हमारे समाज में 1 संदेश जाएगा।
उस का? हर किसी महिला से विश्वास हट जाता है। आने वाले समय में। उसे दुबारा शादी करना या उसके लिए सूचना बहुत मुश्किल होता है। परिवार को। 1 परिवार की तरह बांध के रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। मैं बहुत बहुत धन्यवाद करती हूँ। आपका। आपने कहानी को समझा? उसका सार समझा। उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। आशा है कि लोग कुछ उस कहानी से अगर सीख पाए या थोडा सा समझ पाए। तो अच्छा होगा। धन्यवाद आपका।