गुड इवनिंग फ्रेंड्स शाम का टाइम है मैं छपे हूँ और हल्की गुलाबी ठंड है ऐसे में निदा पाजी साहब की 1 गजल मुझे याद आ रही है तो आप लोगों के साथ शेयर करता हूँ आई होप आपको अच्छा लगे जो हो 1 बार वो हर बार हो ऐसा नहीं होता जो हो 1 बार वो हर बार हो ऐसा नहीं होता हमेशा 1 ही ऐसी प्यार हो ऐसा नहीं होता हर 1 कश्ती का अपना तजुर्बा होता है दरिया में सफ़र में रोज ही मजदार हो ऐसा नहीं होता कहानी में तो किरदारों को जो चाहे बना दीजिये हकीकत भी कहानी कार हो ऐसा नहीं होता कहीं तो कोई होगा जिसको अपनी भी जरूरत होगी कहीं तो कोई होगा जिसको अपनी भी जरूरत होगी हर 1 बाजी में दिल की हार हो ऐसा नहीं होता सिखा देती है चलना ठोकरे भी राहगीरों को सिखा देती है चलना ठोकरें भी राहगीरों को कोई रास्ता सदा दुशवार हो ऐसा नहीं होता थैंक यू।
Shilpy Saxena
@inspiring_soul · 0:11
wow बहुत खूब बहुत ही प्यारी कविता है जो हो 1 बार वो हर बार हो ऐसा नहीं very nice thank you for sharing by by।
sushil Verma
@sushilkumar · 0:30
दीबाजी बहुत बहुत धन्यवाद आपको पसंद आई उसके लिए बहुत टाइम में ऐसे ही ऊपर पर खड़ा था तो मुझे याद आई फाइनली मेरे फेवरेट शायर है और 1 लिजेंडरी तो याद रहता है मुझे पढ़ने का शौक है तो ऐसे ही मैंने सोचा ये जैसा प्लेटफार्म मिल गया है तो अपने सारे जजबात बाहर थैंक यू।
sushil Verma
@sushilkumar · 0:12
हे शिल्पी बहुत बहुत थैंक्स आपको अच्छी लगी 1 बार इस कविता को अपनी आवाज में ट्राई करना सच में और ज्यादा गुबसूरत हो जाएगी थैंक यू।
sushil Verma
@sushilkumar · 0:24
अरे गुरु जी बहुत बहुत थैंक्स बहुत बहुत थैंक्स आप एक्ली आप जिस प्रकार से रिप्लाय करते हो न ऐसा दिल खुश हो जाता है दिल बाग बाग हो जाता है ऐसा लगता है और और कुछ करूँ इस प्रकार का जो एप्रीसिएशन से मिलता है उससे बहुत बहुत ज्यादा खुशी होती है मुझे तो थैंक्यू सो मच।
Shilpy Saxena
@inspiring_soul · 0:10
जरूर कोशिश करूंगी मैं जस्टिस कर पा सको वैसे आपने बहुत अच्छे से सुनाया not out thank you।