नमस्कार दोस्तों। कैसे हैं? आप सब लोग? ठंडी ठंडी हवा चल रही है। मौसम सुहाना बना हुआ है। और जिंदगी में ढेर सारे संघर्ष है दौड़ है। और इन्ही संघर्षो का नाम जिंदगी है। और जो जिंदगी नामक संघर्ष को अपनी पूरी मस्ती के साथ पूरा करता है वही असली जीवन जीता है। और इन्ही लाइनों पर। ऐसी इस सोच पर मुझे नीद याद आ रही है। और मैं आप सब लोगो के साथ शेयर करना चाहता हूँ अगर आप लोगो को पसंद आए तो रिप्लाई कीजिएगा के सफर में धूप तो होगी? चल? सको?
Shilpy Saxena
@inspiring_soul · 0:40
ह**ो? सुशी? बहुत अच्छा बोला। आपने चल? सको? तो चलो? लेकिन किसी को गिरा के कोई नहीं चल पाता है। 4 कदम चलते हैं? और उनके कर्म? उनके सामने आ जाता है? तो आपके यहाँ ठंडी ठंडी हवा चल रही है। वो ठंडी ठंडी हवा। ने? यहीं से जा रही है। इतना ज्यादा? चिल्ड हो रहा है। और बारिश हो रही है। और कोहरा भी है? तो पता नहीं है कि मौसम कब? थोड़ा? सा नॉर्मल होगा? जनवरी खत्म हो गया। और ठंड? नहीं। खत्म हो रही है। चलिए।
sushil Verma
@sushilkumar · 0:09
थैंक यू सो? मच दीपाजी? आपने रेस्पोंस किया और आप ऐसे इंस्पायर करते रहिये? थैंक यू वर्क।