@suraj520.520
Suraj /Rishav/Nirmal
@suraj520.520 · 4:58

कई राज्यों जैसे बिहार के निवासियों के रात की नींद मुश्किल -सवाल यह है कि क्याँ टेलीकॉम और D2H ऑपरेटर नागरिक को अपने उच्चतम अधिकार स्वयं दे रहे है या फिर उनके कर्मचारी, दे रहे है ?

article image placeholderUploaded by @suraj520.520
नमस्कार मित्रों तो आज हम बात करेंगे कुछ चेतावनियों की जो मुझे एन जी एल के मेरे इनबॉक्स में मिल रही है जिसका लिंक मैंने ट्विटर और इंस्टाग्राम पे दे रखा है तो ये चेतावनी बेसिकली यह है कि क्या राज्य के जैसे देशों इस भारत देश के कई राज्यों के सरकार की अनदेखी के कारण और इन टेलीकॉम और डी टू एच ऑपरेटर के अनदेखी के कारण क्या इनके नागरिकों को इसका फल उठाना पड़ रहा है और पड़ सकता है यह इसकी इसकी पुष्टि की जा सकती है बस इस चेतावनी को हम शायद मान सकते हैं क्योंकि ऐसा हो सकता है कि ये बायोवेपन का दौर चल रहा है जिसमें ये कहा गया है कि वायरलेस नेटवर्क से इसे क**्रोल किया जा सकता है ये जो नैनोबॉट्स है इनको इंसान के शरीर के अन्दर ये कैसे घूमता है और अंदरूनी क्षति पहुंचाते हैं तो कहा जाता है कि क्या जो भी टेलीकॉम ऑपरेटर हैं जैसे संदेश में आप देख सकते है बीएसएनएल वोडाफोन इंडिया जो यूके की कंपनी है रिलायंस और एयरटेल ये 4 कंपनियों पर संदिग्ध चेतावनी मिल रही है कि क्या इन उद्योगों के कर्मचारी या फिर ये ये उद्योग खुद नागरिकों को कुछ नागरिकों को जिनमें ग्लानी या द्वेश की भावना है उनको अपने ऑर्गेनाइजेशन के एक्सरसाइज दे रहे हैं जिससे वह खासकर ये दास के 12 बजे के बाद हो रहा है और मुझे दूसरे भी कई मेसेज आये है जो बताते है कि वायरस पटरम एनालाइजर होता है जिस में रात 12 बजे के बाद अचानक से सिग्नल जिसको मापने की जो मेट्रिक है वो डेसिबल मीटर में है वो अचानक से काफी बढ़ जाती है और इससे कई निवासियों को बिहार में खासकर रात को कई निवासियों को रात में सोने की दिक्कत हो रही है और उनके हृदय एवं अलग अलग अंगों को क्षति पहुंच रही है और इसका जो हमारे मित्र है वो बोलते है की उनके पास काफी अच्छा डेटा है इन वायरलेस पेक्टर एनालाइजर्स का की रात 12 बजे के बाद डेसिबल मीटर्स में इनकी जो सिग्नल की स्ट्रेंथ है वो काफी बढ़ जाती है तो इस इससे मैं ये कहना चाहूँगा क्या कुछ नागरिकों की अनदेखी के कारण पूरा राज्य को सहना पड़ सकता है इसके देश क्या ये सिर्फ बिहार में चल रहा है जैसा ये चेतावनी है कई और राज्यों में चल रहा है यह किस की अनदेखी है यह हम कह नहीं सकते ये चेतावनी कैसी है आरोप हम अगर ये ऐसा कुछ हो रहा है देखिये ये इस पोडकास्ट को हम 1 अफवा भी मान सकते हैं चलती फिरती ऐसी कई न्यूज़ आती है इसे अफवा भी मान सकते है पर अगर सच में ऐसा कुछ हो रहा है तो क्या यह सही समय है की हम सब प्रदेश के जिस भी राज्य के नागरिक हैं हम खुद इतने जागरूक हो जाए कि अगर हमारे सामने कोई इसका दुरुपयोग कर रहा है क्योंकि हमें क्योंकी इससे दुरुपयोग करने के लिए शायद कोई सॉफ्टवेयर या फिर कुछ चाहिए तो क्या हम इतने जागरूक हो सकते है की इसे रोके रोके नहीं तो ये युग काफी इस युग में जो हथियार है उसे बताने की जरूरत नहीं है इस युग में न्यूक्लियर, अटैक्स, न्यूक्लियर वेपन्स तक एक्जिस्ट करते हैं और हमें चेतावनी देने वालों की बातें समझनी चाहिए क्योंकि बस में यही बोल सकता हूँ कि हमने जिस चीजों को नहीं देखा है उस चीजों से छेड़खानी नहीं करनी चाहिए मानव इस प्रकृति में हृदय अपने हृदय के कारण ही होता है और मतलब मेरे आपमें और जितने सजीव जीवित जीव हैं उनमें हृदय ही 1 चीज है उसको अगर कोई चोट क्षति दे रहा है तो वो मानव के पूरे समस्त जीवन के साथ खेल रहा है उसको उसका दंड मिल सकता है मैं तो बस यही बोल सकता हूँ चलिए मैं इस पोडकास्ट को बंद करता हूँ आप लोग समझदार हैं बाय बाय।

इस माइक्रो पोडकास्ट का शीर्षक ही काफ़ी है इस पॉडकास्ट में आगे हम बात करेंगे चेतावनियों की जो बिहार जैसे राज्य के नागरिकों को सरकार एवं टेलीकॉम और D2H ऑपरेटर के अनदेखीं से मिल रही है इस चेतावनी का सोर्स NGL है

0:00
0:00