ह**ो? everyone स्वेल में। आज मैं जिस पोएम को लेके आई हूँ उसकी हेडिंग? है? यादें? तेरी डायरी? सजाएं? मेरी? यादें? तेरी हर? याद। यादों को सीने से लगाए रखा था। तेरी हर? यादों को सीने से लगाये रखा था। तेरी हर वादों को सीने में दबाए रखा था। 1 आस थी उम्मीद थी। 1 आस थी उम्मीद थी तेरे लौट आने की? इसलिए हमने तेरे हरकत को अपनी डायरी में सजाए रखा था।
आज भी उसका इंतजार रहता है? कहीं? न कहीं? और इस सबके बीच? याद वो? पुरानी? सारी? यादें? जो हमने अपनी डायरी में संजो कर रखी रहती है। उस विष्ट, उस शख्स की। सब कुछ बहुत खास होता है। बहुत प्यारी कविता। धन्यवाद।