ह**ो? वरीन गुड मॉर्निंग आई होप। आप सब बहुत अच्छे होंगे। आज। मैं शेल में जो अपनी न्यू पटरी लेकर आई हूँ। तो मेरे पोयट्री के टाइटिल है। ये दिल कैसा है? बहुत ज्यादा लम्बी नहीं है? थोड़ी सी है। आप लोगो को सुन के अच्छा लगेगा और सुनके रिप्लाई जरूर कीजियेगा। तो मेरी पंक्तियां हैं। ये दिल कैसा है? तन्हा रहता है? यह दिल कैसा है? तन्हा रहता हैं? हर गम सहता है?
ह**ो डियर। आप बहुत अच्छी कविता लिखी है। बहुत ही अद्भुत है और खूबसूरत भी है। और अच्छा ही रिसाइट भी किया है। आशा है कि आप बस में भी ऐसे ही कविता लिखेंगे और हमारे लिए रिसाइट करेंगे। थैंक यू सो? मच फर? शेयरिंग दिस?
नमस्कार। सबको आशा करती हूँ कि आप सब ठीक होंगे। तो आपने ये जो पंक्तियाँ लिखी हैं यह दिल कैसा है? यह पढ़ कर। मुझे बहुत ही अच्छा लगा। और आपने बहुत ही सुंदर शब्दों में वर्णन किया है। और आपने यह जो पंक्ति बोली कि यह दिल कैसा है? खुद को गम की आग में जलाता है। फिर भी मुस्कुराता है। यह लाइन। मुझे बहुत ही अच्छी लगी। और आपने बहुत ही पूरी जो लिखी है। अपनी कविता। बहुत ही सुंदर शब्दों में। आपने वर्णन किया है की ये दिल कैसा है? हरदम सहता है? तो कहीं न कहीं? कुछ भी हो?
Swell Team
@Swell · 0:15
Urmila Verma
@urmi · 0:52
जोशना जी। आपकी कविता पढी। बहुत अच्छी लगी। मतलब खो गई। मैं इस कविता में। कि ये दिल कैसा है? यह दिल? कैसे? इसका बखूबी? आपने वर्णन किया। मतलब तना रहता है? रोता है? गमगीन है। लेकिन फिर भी आशावादी है। फिर भी। वो आशा लगता है। तो यही जीवन का मूल मंत्र है। जो आपने इसमें इन पंक्तियों में डाला है कि चाहे कितना ही गम हो? चाहे कितनी ही तना हो, हमें आशा रखनी है। और हमें फिर भी हंसना है। बहुत अच्छी लगी। आपकी पोयट्री।
बहुत खूब कहा। आपने। ये दिल कैसा है? सच? कहूँ? तो? इस दिल के आगे हर शायर झुके हो? चाहे। वो गाली। हर कोई दिल के आगे झुका है। चाहे कितना इसे मना करूँ? ये फिर भी प्यार करता है? खुद? तड़पता है? खुद? आंसू बहाता है? हाय? ये दिल कैसा है? सुपर?