दोस्ती जो करता किताबों से, दोस्ती जो करता किताबों से, कभी न छोड़, दे साथ वो मेरे कभी न छोडते, साथ वो मेरे पढ़ना। कितना अच्छा होता? पढना कितना अच्छा होता? आज समझ आया मुझको पटना कितना अच्छा होता? आज समझिए आया। मुझको सफेद हुए, बालों ने मेरे सफ़ेद हुए, बालों ने मेरे न पढ़ने का सबक सिखाया। जब मुझको न पढ़ने का सबक सिखाया। मुझको थैंक यू फॉर लिसनिंग सुनके रिप्लाई जरूर कीजियेगा पढाई का महत्व प्यार। मैंने ये कविता लिखी थी वेट फॉर यू रिप्लाइज थैंक यू।
कितने महीने? बीत? जाते है? पता पता ही नहीं चलता। तो आपने जो बहुत ही अच्छे से लिखा। तो मैं आशा करती हूँ की ये सभी बच्चों को जो है पेरेंट्स को खास कर के पढ़नी चाहिए ताकि वह अपने जो बच्चों को मोटिवेट कर सके पढने के लिए। और बच्चे जो अच्छे से पढ़ाई करे उनका मन लगा रहे हैं कि वे पढाई का नाम सुनते ही उनको नींद आ जाए या वो बाहर न करे। तो आपने जो है बहुत ही सुंदर शब्दों में और बहुत ही अच्छे से वर्णन किया है तो ऐसे ही लिखते रहिये और हमें सुनाते रहिये। शुक्रिया।
Muskan Bothra
@Heart_sayer · 2:27
पाते? चीजों को और सरल तरीके से देख पाते। आज। अगर हमारे मां बाप अच्छे पढ़े लिखे होते और अच्छे सक्षम होते तो हमारा कैरियर चूस? करने में हमारी मदद करते? आज हमें हमारे करियर करने में। हमें सोचना पड़ रहा है? ये हमें खुद ही पता चल रहा है। क्योंकि हम आज की जनरेशन है। आज के युग में। हमें पता है कि इतना वल्ड वाइड हो गया है। वोल्ड को। इतना वास्ट है? टेक्नोलॉजीज। अब डीड हो रही है।