Kunal Jain
@sonofindia · 3:54
My daughter going to a prom night! बेटियों पे एक हिन्दी कविता #poetrymonth #hindipoetry #hindishayari
और मैं आपको छोड़ के भी आऊंगा और लेके आऊंगा। तो फिर ये कुछ 1 ख्याल है? जो मेरे जहन में आए थे उनको आपको सुनाता? ज्यादा लाइनें नहीं है? 345 लाइनें हैं? लेकिन हो सकता है कि जिसके भी बेटियां हों वो आप उसको कनेक्ट करें? और अगर आप उसको कनेक्ट करें? तो मुझे बताएं कि आपको कैसी लगी? ये कविता? तुझे? जब बढ़ता हुआ देखता हूँ? तुझे जब बढ़ता हुआ देखता हूं? तो सहम जाता हूं? सयानी सी उम्र को किसी की नजर न लगे?
Neelam Singh
@NEELAM · 0:49
हेलो? कुनाल जी? अभी आप मैंने कविता सुनी और आपके डॉटर के लिए आपका प्रेम भी सुना तो बहुत ही उम्दा था सब मिला कर के। और जो आपने 4 लाइनें बोली उसमें बहुत बड़ी बातें थीं। 1 इशारा था कि आप अपनी बेटी को समझाना चाहते हो कि दुनिया किस तरह की है? और किस तरह से हमें इसे हैंडल करना चाहिए। काफी डीप लाइनें थी वो और बहुत अच्छी लाइन थी। 1 पिता की चिंता थी उसमें। और 1 बेटी के लिए पिता का प्रेम भी था ओवर ऑल। बहुत खूबसूरत शब्द थे आपके।