Kunal Jain
@sonofindia · 5:00
Do raste दो रास्ते होते है जीवन में !
जो लोग आपको बता देते हैं? बोल देते हैं? बड़े क्या देते हैं? आप उन पर चलना शुरू कर देते हैं? शायद मंजिल? जरूर पता होती है? लेकिन सफर? कैसे? कटेगा? कैसा? गुजरेगा? इसका अंदाजा? शायद शायद नहीं होता। और उस पर हमारा क**्रोल भी नहीं होता। लेकिन वो सफर बड़ा मजेदार लगता है। और वो इसलिए मजेदार लगता है? क्योंकि अंत में 1 रौशनी सी दिखाई देती है। 1 टिमटिमाता हुआ तारा नजर आता है? जिसे हम मंजिल कहते हैं। जिसकी तरफ हमारी हमेशा नजर रहती है।