कैसे बदलते कैसे गुजरते तुम कैसे बदलते फिर भी है संगत क्या ही बताऊं मेरी ये राह है क्या ही कह मैं सा है तेरे ही हम हैं क्या ये प्यार क* है हाई तेरे नाम हम है अर्ज है किया है मेरी तक रुका सास क* है तेरे ही तो 7 मन है मां ने नाजिया दर्द नहीं तो सर्द है तेरे तुम क्यूंहखफयुतूहतो है मंज कैसे ये बात तुम पे रोस सी आई है मेरे कलम की तूही कहानी इंखलशुमेंखोहुह इन सब का तेरे मेरे सुन तेरे ही हम हैं क्या ये प्यार क* है है ही तेरे नाम हम है आज है किया है मेरी आदत रू का साज गम है तेरे ही तो साध मन है माने न जिया।