@smileypkt
Prashant Kumar
@smileypkt · 4:59

We are losing a genuine curiosity for knowledge

मिडिल, क्लास फैमिली के यूथ में ऑवजर्व किया है। और ये सिर्फ यूथ की बात मैं नहीं कर रहा है। पैरेंट्स को भी। मैं इनक्लूड करना चाहूंगा? इसमें। कि हम इतना ज्यादा कॉपी करने में बिलीव करने लगे है? न? की। हम। और कॉपी भी करते हैं न? तो आधा अधूरा कॉपी करते हैं? सक्सेसफुल लोगों को? कि जो लोग ज्यादा पैसा कमा रहे हैं? बहुत यादा फेमस है। सोशल मीडिया पर। हम उनके स्टाइल को कॉपी करते हैं। और ये देख के मुझे कहीं न कहीं बहुत ज्यादा दुख होता है।

#life #growth #success #knowledge

@Gamechanger
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 1:13
थैंक यू थैंक यू सो मच इस वेल के लिए आपने बिल्कुल ठीक कहा कि कैसे सब कॉपी पेस्ट करने में इतने बिजी हैं कि अपनी जो इंडिविजुलिटी है उसको खो रहे हैं अपने कल्चर से अपनी हेरिटेज से दूर जा रहे हैं और क्योंकि वेस्ट को कॉपी करने की कोशिश में और जबकि वेस्ट अब हमारी वैल्यूज को बहुत ही एप्रीशिएट करने लग गया है वहां के लोग हमें कॉपी करना चाह रहे हैं हमारे जैसे बनना चाह रहे हैं और यहां पर है कि हम लोग अपनी अपनी ही वैल्यूज को भूल रहे हैं विच इज सो रोंग क्योंकि अब अगर अपने को ही छोड़ देंगे अपने रूट्स को छोड़ देंगे तो आपकी क्या इंडिविजुएलिटी रह जाएगी तो यह बात समझना सबके लिए बहुत जरुरी है और अपनी वैल्यूज और अपनी कल्चर पर गर्व होना चाहिए उसमें शर्मिंदा होने की तो कोई बात ही नहीं है तो इस बात पर ध्यान देना जरूरी है आई होप आपका मैसेज लोगों तक पहुंचे और वो समझ पाए कि क्या जरुरी है थैंक यू सो मच बबाई
@smileypkt
Prashant Kumar
@smileypkt · 4:59

Biggest challenge for Middle class family #life #middleclass #youth #growth #success

थैंक यू सो मच मैं आपने इस वेल कास्ट को पसंद किया और मैं इनपुट को थोड़ा सा और डीप ले जाना चाहूंगा हाल ही में मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के जो ऑफिशियल वेबसाइट है उसमे 1 आर्टिकल निकाला गया जिसमें ये क्लेरिफाई किया गया उनकी तरफ से उनको किसी ने फोर्स नहीं किया है करने के लिए भारत की सरकार ने किसी भारतीय व्यक्ति ने उन्होंने खुद से आर्टिकल पब्लिश किया है यह बताया है कि जो न्यूटन के तीनों नियम थे न्यूटन ने कॉपी किया था महर्षि कणाद से जो हमारे कणाद कणाद नाम के 1 महर्षि थे उन्होंने ये सूत्र दिया था वैश्वेशिकग्रंथ या सूत्र करके 1 किताब है उस किताब में उन्होंने यह जो है न गति के तीनों नियमों की व्याख्या की है ठीक है और उस को उन्होंने संस्कृत में एक्सप्लेन किया था न्यूटन ने जस्ट अपने लैंग्वेज यानी की अंग्रेजी में उसका ट्रांसलेशन किया अपनी भाषा में इस टॉपिक से हटते हैं मेरा जो अपना टॉपिक था इस स्विलकास्टको शुरू करने का की हम मिडल क्लास फैमिली करना क्या चाह रहे है हम वेस्ट को कॉपी कर रहे हैं लगातार ठीक है न वहाँ के स्टाइल वहाँ के खान पान और वहाँ के वहाँ का बिहेवियर की मुझे कब क्या करना है 10 से 12 साल का मिडिल क्लास फैमिली का मैं रिच फैमिली की बात ही नहीं कर रहा हूँ वो लोग क्या कर रहे हैं मुझे उसमें नहीं जाना अभी मैं अभी कंसर्ड हूं लेकर के मिडिल क्लास फैमिली को अगर मिडल क्लास फैमिली भारत का अच्छा से प्रोस्पर होता है अच्छे से ग्रो करता है तो भारत का भविष्य ब्राइट होगा आगे चल के हमेशा 1 मिडिल क्लास फैमिली का 10 से 12 साल का लड़का आज छिपछिप कर के सिगरेट पी रहा है मतलब नशीली पदार्थों का सेवन कर रहा है और ऐसा क्यों कर रहा है वो बेसिक रीजन है 2 हमारा जो मूवी है मूवी कल्चर यह जो मतलब सिनेमा इंडस्ट्री है इसमें इतना ज्यादा प्रमोट किया जा रहा है है न नशीली पदार्थों को कोई भी हीरो बिना मतलब की खास कर के जो बॉलीवुड की फिल्म है उसमे कोई ऐसा हीरो होता ही नहीं कोई मूवी में की वो मतलब न की नशीली पदार्थों का सेवन न करे 12 ही ऐसी मूवी होती है न जिसमे जो हीरो है अगर वो भी कोई बायोपिक बन रहा है तो किसी व्यक्ति से अगर वो फिल्म बन रही है तब वो जो हीरो होता है न वो मतलब इस चीज का ध्यान रखता है की मुझे न नशा नहीं करना है इस फिल्म में नहीं तो ट्रेंड सा चल गया है एकदम और इससे हो क्या रहा है इससे 2 बहुत ही भयानक चीजें हो रही हैं जो मिडिल क्लास का यूज था 10 से 12 साल की अवस्था है उसकी उस समय उसके शरीर का पूरा विकास होना है मन का पूरा विकास होना है उसको अच्छे साहित्य पढने चाहिए था उसको चाहिए था कि वो प्रेमचन्द को पढ़े रामधारी सिंह दिनकर को पढ़े उसको चाहिए था कि हमारे जो चानक के हैं स्वामी विवेकानंद हैं स्वामी दयानंद हैं उनको पढ़े सुभाष सिंद्रबोसकोपढ़े भगत सिंह को पढ़े इन लोगों को पढ़े और वो युवा इंडल्ज हो रहा है नशीली पदार्थों में तो उसका नॉलेज का स्कोप था वो तो खत्म हो गया बिल्कुल सिमट के रह गया और वो जो युवा बड़ा होगा न तो उसके बाद भी उसमें नॉलेज को लेकर के कोई भूख नहीं रहेगा नॉलेज को और स्पेक्ट नहीं करेगा प्लेजर्स उसके लिए अल्टीमेटली इम्पॉर्टेंट है प्लेजर्स जा से भी मिल जाए ठीक हना और दूसरा चीज वो अपनी हेल्थ को पूरी तरह से खराब कर रहा है हेल्थ खराब होगा तो लाइफ टाइम वो सफ़र करेगा हमेशा डिपेंडेंट रहेगा दवाइयों पर अस्पताल पे और बुढ़ापे तक जाते जाते उसका शरीर इस तरह से हो चुका होगा कि वो हमेशा दवाइयों पर डिपेंडेंट रहेगा तो जो मिडल क्लास फैमिली का पैसा है वो डॉक्टर के पास जायेगा बिना वजह अगर हम इस चीज को 1 सही मीनिंग फुल डायरेक्शन दे पाए तब जाकर के हमारा जो युद्ध है युद्ध की जो पोटेंशियल है हम उसको यूज कर पाएंगे देश के विकास में नहीं तो आने वाले समय में जिस तरह से अभी नशीली चीजें कॉमन हो गई है ड्रग्स भी कॉमन हो जाएगा जो वेस्ट की कंट्रीज की तरह और फिर अगर हम चाहेंगे की वहाँ ऐसी बैक कर ले अपने अपने सोसाइटी को फिर से इम्प्रूव कर ले तो वहाँ ऐसी इम्प्रूव करना बहुत मुश्किल हो जाएगा अभी इम्प्रूव करना इजी है कंट्रोल में है हमारे तो मेक शेयर करिए न की आप 1 पेरेंट्स के तौर पर अपने बच्चों के साथ जुड़े हुए हैं उनको आज़ादी तो दिया आपने मगर उनसे आपने रिश्ता ही नहीं तोड़ लिया एकदम से आप इस बात का भी ध्यान रखते हैं की वो आपके दिए गए फ्रीडम का यूज किस तरह से कर रहा है क्योंकि अल्टीमेटली जो मिडिल क्लास फैमिली है जब सफर करती है न टैलेंट के बावजूद पैसे के बावजूद तो दुख होता है यह देख के बहुत
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