Aaj ke samaaj ka kadwa sach
हाई? आयम? शिवानी? दिस? साइड। आज मैं आपके सामने 1 पोइट्री लेकर आई हूँ? जो लड़कियों के ऊपर है। जो लोग रोकटोक समाज में रोकटोक लगती है लड़कियों के ऊपर? उसी के ऊपर? कुछ लिखा है? तो सुनिए आज के समाज का कड़वा सच? जिससे कोई भी न पाया है। लोग? क्या कहेंगे में फंस जाती हैं? लड़कियां? उन लोगों का? क्या है? वो? जीते हैं? अपनी? जिंदगियां। यूं। तो कुछ लोग नारी शक्ति के नारे लगते हैं?
Jyotsana Rupam
@SPane23 · 0:39
बिल्कुल? सही? कहा आपने? कि समाज, समाज का ये करवा सच है? जिसको कोई नहीं बदल पाया है। और शायद कभी बदल भी न पाए। क्योंकि हमारे देश जो है वो पुरुष प्रधान है। तो यहाँ कहने के लिए तो नारी शक्तियां हैं ब* नारी शक्तियों के नाम पर उन्हीं से उन्हीं का छलावा किया जाता है। और आपकी कविता बहुत अच्छी है। देखते रहिये। ऐसे ही थैंक यू।
Kushagra verma
@Kushagraverma · 1:06
शिवानी? सच में? सच में? बहुत कड़वा सच? कहा तुमने? किनारी 1 शक्ति है? तो क्यों? उस पे? दुनिया इतनी अत्याचारी है? पर क्या? क्या? करें? जैसे धरती माता? पर कितने हमले होते हैं? कहीं? विस्फोट? तो कहीं सुनामी आती है? फिर भी वो भूमि उपजाऊ रहती हैं? वैसे ही जिंदगी में चाहे कितने हमले अत्याचार हों। इस नारी की शक्ति को कोई भी दानव हरा ना पाएगा। हम तो काली के अवतार हैं। हम दुर्गा मां के अवतार हैं। हमें।