अगर आपको मुझसे बात नहीं करनी। मैं आपको 3 घंटे का वक्त देता हूँ। और आपको 3 घंटे बाद फ़ोन करूँगा? अगर आपने मेरा फ़ोन उठा लिया? तो? मैं आपसे बात करूंगा? मैं सोचूंगा। आप भी वही चाहती हैं? जो मैं चाहती हूँ? चाहता हूँ। इतना कहके? रजत ने फ़ोन रख दिया? यह कैसा? प्रपोजल था? आचल? बस? 3 घंटे यही सोचती रही कि फोन उठाओ? न उठाओ? फोन उठाओ, न उठाओ।
हेलो शिवा। दुबे जी आपकी कहानी सच में बहुत अच्छी है और हार्ट टचिंग है। और आप इस कहानी के द्वारा जो मेसेज हमें दे रहे हैं। और जो इमोशंस आप एग्जीबिट कर रहे हैं इसके लिए वो सच में बहुत अच्छे हैं। और इससे कहानी के सुनने। इस कहानी को सुनने के बाद कई बातें मुझे बहुत अच्छा लगता है। और सच में मुझे इस कहानी बहुत अच्छी लगी है धन्यवाद।