मैंने सारा दिन उस दिन इंतजार किया? परन्तु पता नहीं वो कब निकल गया? कभी कभी मैंने देखा? उसको कि। वो सीढ़ियों से उतर रहा था? तो उसके मोटे मोटे पैर दिख रहे थे। 1 दिन वो सायद बाइक साफ़ कर रहा था? तो उसके हाथ दिख रहे थे। परन्तु मैं भी उसका पूरा चेहरा न देख पाया। सुक्षा बोली? परेशान मत हो? सब कुछ? दिख जाएगा? चेहरा दिख जाएगा। और इतनी बात करते करते कोचिंग आ गई थी। हम दोनों कोचिंग में व्यस्त हो गए। फिर घर से उसी काम में शाम हो गई।
तो आपका जो ढंग था आपकी कहानी को प्रकट करने करने का वो मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं आपकी कहानी सुनने के लिए इंतजार करती रहूंगी थैंक यू सो मच। और आपकी यह कहानी और आपका जो समय है आपका जो समय आपने इस कहानी हमसे शेयर करने में यूटिलाइज किए थे उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। शुक्रिया।
Shiva Dubey
@SHIVAdubey_2787 · 0:24
आपका। बहुत बहुत धन्यवाद। कहानी को सुनने के लिए। और इसकी सराहना करने के लिए। आपके आग्रह पर। हमने कहानी का दूसरा पार्ट रिकॉर्ड करके डाला है। सुनिए और कमेंट जरूर करिये। आपके कमेंट्स। मुझे। बहुत अच्छे लगते हैं। और मुझे 1 नई ऊर्जा देते हैं। और इसे फॉलो जरूर करिए। शेयर करिए। धन्यवाद।