नदी के किनारे। खड़े। वहां स्त्री को देख कर। गुरु भाई? बोले। कि गुरु ने मना किया है? कि स्त्री को नहीं छूना है? कन्या? कहती है? महात्मा? मुझे? उस पार जाना है। हम यह नदी पार नहीं कर? पाएंगे। महात्मा कहता है? नहीं? हमारे। गुरुजी ने कहा है कि मैं स्त्री को नहीं छुऊँगा। हम तुम्हारी मदद नहीं कर सकते। तभी दूसरे को दया आई कि कोई उसको अपना शिकार न बना ले। साँप? इसे? 10 ना लें। सूरज।