वह सुबह को कॉलेज शाम, को कोचिंग जाया करती थी। उसके दीदार के खातिर। सारा मोहल्ला 1 सख्त में खड़ा रहता था। यूं तो उसके नाम पे हर रोज जंग होती थी। यूं तो उसके नाम पर हर रोज जंग होती थी मगर मैं हर जंग में पहली में खड़ा रहता था। मगर मैं हर जंग में पहले सख्त में खड़ा रहता था। वो प्यार तो मुझसे बहुत करती थी मगर उसका बूढ़ा बाप, का बाप में हड्डी बना रहता था। और नदी के किनारे 1 मंदिर था। और नदी के किनारे 1 मंदिर था जहां कभी हमारा मिलना जुलना रहता था।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:13
वाह सो गुड तो है बहुत ही ज्यादा अच्छा लिखा है आपने ऐसे ही लिखते रहिये और स्वेल पे पोस्ट करते रहिए we will aडेfiniटली लाइक it liseniट थैंक यू।
thank you so much for available comments thanks for liking my sells।