Khayal usi kaa ata hai
सपनों की तो बात और है, अब तो मुझे हर आईने में उसी का चेहरा नजर आता है, सपनों की तो बात और है, अब तो हर आईने में मुझे उसी का चेहरा नजर आता है। जो भी देखता है ये हाल मेरा, जो भी देखता है ये हाल मेरा कोई सिख कोई मुझे पागल बताता है, कोई या सिख तो कोई मुझे पागल बताता है।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:09
हेलो vicaसजaफटरलॉnग टाइmeमैनेस्वयला ओपन किया और आपकी शायरी सामने आ गई और सीरियसली बहुत खूबसूरत वर्ड से बहुत अच्छा लिखा है आपने।