Ek gazal likhi hai tujhpe tu mile toh tujhe sunaye hai
तो आवाज तो दे तेरी धड़कन बन जाए। हम कंबगतयेडॉक्टर कहता है कि तू जन दिनों की मेहमान है? तो आंख खोल कर देख। तुझसे। पहले तेरी खातिर चिता पर लेट गए। हम। 1 गजल लिखी है। तुझ। पर? तो मिले? तो तुझे सुनाए। हम शुक्रिया दोस्तों धन्यवाद।
विकाश जी आपकी स्वेल बहुत पसंद आई हमको बहुत अच्छा लगा यह सुन के और जिस तरह से आपने इसको पाट किया आपने डिसाइड किया वो भी बहुत अच्छा था it was जैसे बोलते है log it was वेरी प्रेजेंट ऑन द यस सो शुक्रिया इसको शेयर करने के लिए हम सब के साथ।
thank you so much for lovely comments have posted morswelsnlisonthem and thanks a lot।