Casting couch in delhi part 3 | | delhi में कैसे फ़साते है girls को
हाई? फ्रेंड्स? तो? मैं? वही पार्ट। टू का ही? कंटिनूशन? है? ये? और? क्योंकि टाइम नहीं बचा था? तो मैं दोबारा से उसको बोल रही हूँ। तो ये इंसीडेंट हमारे साथ में? हुआ? है? न? कि वो लड़के का। फिर? बाद में? पता चला? बाद में? काफी बाद में। इस रैकेट के बारे में। न? पुलिस ने ही वो करी। छानबीन करी? तो पता चला कि कम से कम 70, 80 लड़कियाँ इस तरीके से यहां से विदेश गई हैं।
Nidhin George 🔷
@geo_rhymes · 1:40
hello? shazaso? ive been? following? your? part? one? part two? and part? three? of this particular? topic? and wow? was? such? a? revolution? for me? because? onnestly? i have? know? tis? or no? connections? to the film industry? now? do? i have? any? idea? about it? how to get? in? how? things? work? the? dont? even? have? any? friends? from? that?
hi? निधन? हो? यू? डूइंग? i? hope? you? गुड? और थैंक? यू? सो? मच इतना अच्छा? रिव्यू देने के लिए? मैं समझ सकती हूँ? यू नो?
Rana Sachin Singh
@rana · 1:25
कैसे इनको अपने धर्म में मनदानदरणकिया जाए? और कैसे इन ने, अन्य छोटे छोटे जो तबके हैं उनको अपने धर्म में कैसे रूपांतरण किया जाए? मेरा यह भी माना है कि जो हमारा हिंदू धर्म में है खास तौर पर ब्राह्मण ब्राह्मण समाज ने बहुत ही फैला बिखरा हुआ है। 1 घर? 1 ब्राह्मण यहां रह रहा है? तो 1 ब्राहमण ने। जैसे 1 फैमिली यहाँ रह रही है? तो दूसरी फैमिली वहाँ रह रही है। जैसे अगर हम छोटे छोटे तबके में रहते हैं तो हमें पता रहता है कि इसका बच्चा कहाँ जा रहा है? क्या कर रहा है? किसके साथ मिल है? किसके साथ घुल रहा है?