Sarwan Kumar
@sarwan_shan · 2:26
अजब था उसकी दिलज़ारी का अन्दाज़
गुजार के मैं? अहद वाप बस्ती को भूल गया। दौरे वाब बस्ती को? गुजार के में? अहदे वाप बस्ती को भूल गया। यानी? तुम हो? वो वाकई? हद? है? मैं तो सचमुच सभी को भूल गया? यानी? तुम? वो हो? वाकई? हद? है? मैं? तो सचमुच सभी को भूल गया। रिश्ता ए दिल तेरे जमाने में। रश्म ही क्या निभानी होती? रिश्ता ए दिल तेरे जमाने में। रश्म ही क्या निभानी होती? मुस्कराए हम उससे?