Sarwan Kumar
@sarwan_shan · 1:13
कभी कभी मेरे दिल मैं ख्याल आता हैं
कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि जिंदगी तेरी जुल्फों की नर्म छाँव में। गुज़र नहीं पाती। तो शादाब हो भी सकती थी। ये रंजोगम की शाही, जो दिल पे छाई हैं, तेरी नजर की सुआव में, खो भी सकती थी। मगर ये हो न सका। मगर ये हो न सका। और अब ये आलम हैं कि तू नहीं। तेरा गम। तेरी जुस्तजू भी नहीं गुज़र रही है। कुछ इस तरह से जिंदगी जैसे इससे किसी सहारे की आरजू भी नहीं।
Shilpy Saxena
@inspiring_soul · 0:09
ह**ो? सरवन? बहुत अच्छा सुनाया। आपने। बहुत अच्छा लगा। सुनकर? thank। यू, x्टरीबरेs्ट।