Sarwan Kumar
@sarwan_shan · 2:21
हर धड़कन हैजानी थी हर ख़ामोशी तूफ़ानी थी
उसका ब्लाउज। नारंगी था। उसकी। सारी। धानी थी। उलझन सी। होने लगती थी। मुझको। अक्सर। और वायु। मेरा। मिजाज। इश्क था। शहरी। उसकी। वफ़ा दहकानी थी। अब तो। उसके बारे में? तुम? जो चाहो, वो कह डालो? वो? अंगड़ाई? मेरे कमरे? तक तो बड़ी रुहानी थी? नाम? पे। हम? कुर्बान थे? उसके? लेकिन। फिर? ये तौर हुआ? उसको देख के रुक जाना भी। सबसे बड़ी कुर्बानी थी। मुझसे।
Aishani Chatterjee
@Aishani · 0:23
वाह? आपकी। हर 1। कविता की तरह। ये भी बहुत बहुत खूबसूरत? hand। i love the red? mint? the bीtनटandबहुत। बहुत प्यारा कविता है ये। और बहुत अच्छा लगा सुन के। तो आप देखते रहे ऐसे ही और शेयर करते रहिये इस वेल्थ पे।