Sarwan Kumar
@sarwan_shan · 1:13
लोग हर मोड़ पे
मेरा ताल्लुक ही नहीं? बरसों से। नींद से। मेरा ताल्लुक ही नहीं? बरसों से ख्वाब आ। आ के मेरी छत पे टहलते क्यों हैं? नींद से? मेरा ताल्लुक ही नहीं? बरसों से ख्वाब आ। आ के मेरी छत पे टहलते क्यों है? मोड़ होता है जवानी का? संभालने के लिए? मोड़ होता है जवानी को सँभालने के लिए। और सब लोग? यहीं आके फिसलते क्यों है?