सीख जाएं। और शुक्राना का भाव। हमारा हमेशा होना चाहिए। क्योंकि जिसने ये जन्म दिया है, जिसने हमें जिंदगी दी है। वो अगर हम शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं। न? तो? समझो। उस मालिक का बहुत बहुत शुकराना है। क्योंकि शरीर के जो 11 अंग है। अगर हमारा सही है, हम स्वस्थ हैं? तो समझो। हमारे पास बहुत बड़ी धन दौलत है। उस परमात्मा का डेली। शुक्रिया कीजिए। ग्रैडीट्यूट कीजिए। इस अच्छी हेल्थ के लिए। सेहत? सबसे पहला आपकी धन? दौलत है? आपका साथी?