well my name is sachin and i m talking about some why are to return ki zindagi jal jikajal n je सकू न मर सकूँ बस अब 1 ख्याल बन गई जिंदगी जब जाल बन गई जी का जंजाल बन गई कि सुबह उठूं चांद ना देखकर सो जाऊं रात देखकर कि सुबह उठूं चांद ना देखकर सो जाऊं रात देखकर इस बीच क्या किया बस 1 सवाल बन गयी जिंदगी जब जाल बन गई जी का जंजाल बन गए कौन अपना कौन पराया हर इंसान पर शक का साया अब तो नज़र भी मेरी बवाल बन गयी जिंदगी जब जाल बन गई बन गयी जी का जंजाल बन गयी के जिनसे बोलूं उन पर गजल कह दूं कि जिनसे बोलूं उनपर गजल कह दूं अब तो जुमा भी मेरी कवाल बन गयी जिंदगी जाल बन गयी।
नॉट? एबल? टू? हैंडल। ऑल दैट। बट। हमें अपने आप पर भरोसा करना चाहिए? अपने आप को खुद ही स्ट्रेंस देनी चाहिए। अगर कोई न हो तो? कि? यस? वी? कैन? फेस? दिस? क्योंकि 1 ही लाइफ है? अगर इसको जिए? तो कब? जीओगे? अगर? किसी और के लिए? नहीं? जा? जीना? एट? लीस्ट? लीफ? फॉर? योर सेल्फ? येस? आई? बिलीव? दिस? एंड? डू? यू? बिलीव? इन?