किसी चौराहे पर? दुकान? नटली? सार्वजनिक चीजों को? नष्ट किया? किस? राजनीतिक खेल के मोर्य? आखिर? किसने? तुम्हें? मतिभ्रष्ट? किया? जिनके? इशारों पर? नाचते? अरे। तनिक? विचार करो। ये बस? अपना स्वार्थ? चाहते? चाहते, आपस में, संहार करो, बोध के बस में? होकर। न। भूलो। दंगे की याद में। तुम्हारा? संसार। विजलसेगाभुगतेगा। अपने ृत्यों का? अंजाम। किसी अपने की याद में। हर।
Lakshmi Soni
@Lakshmi.soni_14 · 2:44
नमस्कार? रोहित? जी? आई होप? यू? आर, वैरी, फलंकुटआपबहुती? अच्छे? स्वस्थ? और मस्त होंगे। मैं आशा करती हूँ आपने बहुत ही अच्छे से आज की जो रिएलिटी है उसे यहाँ पर रखा हुआ है। जिस प्रकार आपने सब चीजों को इकत्रित कर यहां पर प्रस्तुत किया है। वह चीज वाकई सहारनीय है। और आपने जिस तरह दंगों के हो रहे चीजों को जिसमें जब भी दंगे होते हैं तो बहुत सारे प्रॉपर्टी का लॉस होता है। और काफी सारे लोगों का दुकान चलता है। किसी का सब्जी भाजी का ठेला होता है।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:11
this well? was informative? and i can? feel? the things? which are really? going? on? in? this particular? foto? which you have? posted? we? posting? like this।